नव निर्मित कृषि भवन में मृदा परीक्षण संचालित न होने से कृषकों में नाराजगी
मृदा परीक्षण नव निर्मित भवन 3 से 4 वर्ष पूर्व ही बन चुका है जिनमें लाखों की मशीनरी रखीं हुई हैं नव निर्मित भवन में मृदा परीक्षण कार्य जल्द संचालित नहीं हुआ तो यह भवन भी होगा खंडहर में तब्दील
उमरिया। आखिरकार उमरिया जिला के मानपुर जनपद में स्थिति कृषि विभाग में होने वाला मृदा परीक्षण कार्य भी कागजों एवम बंद फाइलों में तब्दील हो चुका है, किसान जब मृदा परीक्षण के लिए जब कृषि विभाग आते हैं तो ज्यादातर किसानों को गोल मटोल घुमाया जाता है कि यहां मृदा परीक्षण नहीं हो पाएगा,प्रयोगशाला में मशीन उपलब्ध नहीं हैं इस तरह की बातों से किसानों को गुमराह किया जाता है।
किसान विषम परिस्थिति में अपनी फसल को उपजाऊ बनाने के लिए मृदा का परीक्षण करवाता है किंतु ज्यादातर किसानों के पास 200 रुपए भी नहीं रहता जो जिला मुख्यालय तक पहुंच सके, और मृदा का परीक्षण करवा सके,अंत में अपनी मृदा का परीक्षण नहीं करवा पाता, जिससे फसल की उर्वरक क्षमता को नहीं जान पाता, इस कारण किसान की आय सिर्फ कागजों में ज्यादा है और प्रेक्टकली कम।
जर्जर भवन में आज भी संचालित है कृषि विभाग का कार्यालय एवम नव निर्मित मृदा परीक्षण भवन जिसमें लाखों की मशीनरी कबाड़ की हालत में पड़ी है,बंद नव निर्मित भवन भी खंडहर होने के कगार पर है।
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