30 लोगों के खाते में 25 करोड़ से अधिक का डिजिटल अरेस्ट,जांच में जुटी पुलिस, हवाला और गैंबलिंग में चीन से जुड़े कटनी के तार
कटनी। जिले का माधव नगर इलाका अब गैंबलिंग और हवाला मामले में चीन (चाइना) से तार जुड़े होने की खबर सामने आई है। हालांकि यह पूरा मामला पुलिस के सामने तब आया जब माधव नगर के सर्राफा कारोबारी रवि पाहुजा और फिनो बैंक के डिस्ट्रीब्यूटर पूर्व कियोस्क संचालक रवि रावलानी की गिरफ्तारी की गई। इनके द्वारा हवाला और गैंबलिंग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संचालित हो रहा है चीन के एक युवक की इंटरनेशनल कल से जुड़कर यह अवैध कारोबार संचालित कर रहे थे जिसमें देश भर में ऑनलाइन ठगी, डिजिटल अरेस्ट और साइबर फ्रॉड से जुड़ा हुआ है।
इस संबंध में चायनीज व्यक्ति रवि रावलानी को इंटरनेशनल नंबर से फोन करता था, जिसके बाद रावलानी खाते नंबर मुहैया कराता था, और उसमें रकम आती थी। दोनों मिलकर गोल्ड खरीदकर मिलने वाली नकद राशि को यूएसडीसी में कन्वट कराकर ऑनलाइन भेज देते हैं। वाट्सएप में कई प्रकार के नंबरों से कॉलिंग हो चल रहा था। रही थी, टेलीग्राम नंबर से भी खेल देशभर में फ्रॉड पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि साइबर फॉड और डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से इन खातों में आने वाले रुपए भी क्रिप्टो करेंसी में ट्रांसफर हो रहे थे।
पुलिस ने फिनो बैंक में पत्र लिखकर संदिग्ध खातों की जानकारी मांगी है। यह खुलासा दिल्ली क्राइम ब्रांच 25 करोड़ के डिजिटल अरेस्ट की जांच के बाद हुआ है। यह दोनों आरोपी रकम को यूएसडीटी में कन्वर्ट कर चायनीज व्यक्ति को भेजते थे। कमीशन काटकर रुपए घुमा रहे थे। दिल्ली, बैंगलोर सहित अन्य प्रदेशों से ठगे गए रुपए खाते में आए है। ठगी की रकम से एक नंबर में सोना खरीद कर उसे दो नंबर में बेचकर उन रुपयों को कमीशन के तौर पर तो में वितरित करने का काम चल रहा था।
पूरा मामला इस प्रकार है
कोतवाली क्षेत्र निवासी अरुण कुमार गोयनका के साथ रवि पाहूजा निवासी चार बंगला लाइन, रवि रावलानी निवासी एडीएम लाइन ने सोना खरीदकर 51 लाख 80 हजार 800 रुपए की धोखाधड़ी की है व इस सोने के बदले साइबर ठगी की रकम अदा की है। धोखाधड़ी पर कोतवाली पुलिस ने दोनों के खिलाफ एफआइआर की है। इसी प्रकार माधवनगर पुलिस ने कल्याण सिंह निवासी प्रेमनगर के साथ रवि रावलानी व महेन्द्र सिंह ने खाता खोलकर धोखाधड़ी की है। इस पर पुलिस एफआइआर दर्ज की मामले को जांच में लिया है। बता दें कि गोयनका के खाते की रकम में होल्ड लगने पर दिल्ली साइबर क्राइम ब्रांच की टीम जांच करने पहुंची तो यह खुलासा हुआ।
इस मामले में शहर के कई हवाला कारोबारी भी जांच की जद में आ गए हैं। हवाला के माध्यम से प्राप्त होने वाली रकम को क्रिप्टों करेंसी में बदलकर वापस भेज देते थे, ताकि तगड़ा कमीशन बन सके। इस मामले में रवि ने पुलिस को बताया कि संजय जैन नामक व्यक्ति से यूएसडीटी में रकम बदलता था, लेकिन चैट व कॉल डिटेल डिलीट कर दी गई है, पुलिस इस मामले में फारेंसिक जांच करा रही है ताकि सभी कॉल, चैट रिकवर कराई जा सके।
मामले में जिले के पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ की है। अबतक 30 खाते जांच में सामने आए हैं, जिनमें एक करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन है। इस नेटवर्क ने देशभर में 25 करोड़ रुपए से अधिक का डिजिटल अरेस्ट होना बताया है। दिल्ली क्राइम ब्रांच इसकी जांच कर रही है। चाइना के व्यक्ति से बात कर साइबर फ्रॉड की रकम को यूएसडीटी में कन्वर्ट कराकर भेजते थे अन्य लोगों के भी नाम सामने आए हैं।
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