ये कैसी निगरानी, दो दो टाईगर बांधवगढ़ के जिगर के टुकड़े नाकामी के हत्थे चढ़े
उमरिया। बांधवगढ टाइगर रिज़र्व के पोंडी सर्किल के पास 24 घण्टे के अंदर एक दूसरे बाघिन के मौत की खबर है, सूत्रों की माने तो बुधवार की सुबह मृत अवस्था मे मिली बाघिन करींब 10 वर्ष की है।कयास लगाए जा रहे है कि मंगलवार को मिले 7 वर्षीय मृत नर बाघ और बाघिन का आपसी संघर्ष हुआ है,जिसमे एक बाघ और एक बाघिन की मौत हुई है।आपको बता दे 24 घण्टे पहले यानी मंगलवार को भी घटना से दो किमी दूर 7 वर्षीय एक नर बाघ का शव मिला था,जिसके बाद से ही पार्क अमला दूसरे घायल बाघ की निगरानी कर रहा था,इसी बीच ताला रेंज के आरएफ़ 315 बीट-महावन में 7 वर्षीय बाघिन का शव मिला है।
सूत्रों की माने तो मृत बाघिन का शरीर क़ई जगह से गम्भीर रूप से चोटिल है,माना जा रहा है कि आपसी संघर्ष के बाद गम्भीर जख्म और अत्यधिक रक्त स्राव से टाइग्रेस की मौत हुई होगी। साल भर के अंदर दर्जन भर से अधिक बाघों की मौत वन्य प्रेमियों के लिए बहुत चिंता का विषय है। बांधवगढ टाइगर रिज़र्व से 24 घण्टे के अंदर दो बाघों की मौत बड़ा सवाल है, अभी तक आधिकारिक रूप से डेथ टाइगरस को लेकर यह भी साफ नही है कि ये कौन से टाइगर है, जिनकी मौत हुई है, हालांकि अपुष्ट सूत्रों की माने तो मंगलवार को मृत मिला 7 वर्षीय नर बाघ के बजरंग बाघ होने की संभावना जताई जा रही है, वही बुधवार को मिले मृत 10 वर्षीय बाघिन को शेषशैय्या वाली बाघिन के रूप में देखा जा रहा है।
दरअसल शेषशैय्या वाली बाघिन 2015 से इस क्षेत्र में एक्टिव रही है,जिस वजह से 10 वर्षीय मृत बाघिन को शेषशैय्या वाली बाघिन के रूप में देखा जा रहा है,हालांकि ऐसी संभावना है कि आईडी न होने की वजह से पदमार्क, शारीरिक धारियां आदि देखकर विशेषज्ञ टीम जल्द ही मृत बाघों की पहचान कर लेगी।
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