बंद फाइलों में तब्दील होकर रह गया नगर परिषद मानपुर का नवीन बस स्टैंड
उमरिया। विधानसभा मानपुर, तहसील कार्यालय मानपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर, जनपद पंचायत कार्यालय मानपुर, व्यवहार न्यायालय मानपुर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय मानपुर,थाना मानपुर, नगर परिषद कार्यालय मानपुर, ब्लॉक शिक्षा विभाग कार्यालय मानपुर, वन परिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय मानपुर एवम अन्य विभागों का मुख्यालय मानपुर है पर आज तक बदहाली और बेबसी का शिकार की मार झेल रहा है। मुख्यालय स्थित विद्यालयों में यदि छात्रों की बात करें तो मानपुर में कम से कम 10 से 12 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं किंतु स्थाई बस स्टैंड अभी तक नहीं है, सार्वजनिक सुलभ शौचालय नहीं है, यात्री की परेशानी न तो जनप्रतिनिधि को दिखाई दे रही है और न ही प्रशासन को। ऑटो रिक्शा वाहन खड़ा करने के लिए नियति स्थान न होने से ऑटो रिक्शा कहीं सड़क में खड़ी हुई मिल जायेगी या फिर किसी दुकान के सामने, जाम लगने का कारण यह भी है कि प्रशासन अपने स्तर से व्यवस्था करने में असमर्थ प्रतीत होता है जाम लगने का मुख्य कारण यह भी है।
मोदी जी के स्वच्छ भारत के सपने को किसकी चुनौती है जो आज भी महिलाएं सार्वजनिक तौर से खुले में निस्तार को जाती हैं
व्यवस्थाओं को सुधारना जन कल्याणकारी व्यवस्था बनाना सरकार और प्रशासन का दायित्व है पर जनता को आज भी बस स्टैंड की तलाश है जहां पर सार्वजनिक सुलभ शौचालय हो यात्री बस से जब किसी की बहन, बेटी और मां उतरकर खुले में निस्तार के लिए अस्थाई बस स्टैंड में जाती है तो उन महिलाओं पर क्या बीतती होगी सब विचार कीजिएगा।
What's Your Reaction?