लोकायुक्त की डबल कार्यवाही : आरआई और पटवारी 20 हजार की ली घूंस, तो इधर जेई 30 हजार के रिश्वत लेते गिरफ्तार
मैहर। मध्य प्रदेश के रीवा लोकायुक्त टीम के द्वारा दो बड़ी कार्यवाही की गई है, जिसमें पहली कार्रवाई में लोकायुक्त ने राजस्व अधिकारी और पटवारी को 20 हजार की रिश्वत लेती रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। वही एक अन्य मामले में विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर को भी 30 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है।
लोकायुक्त ने दोनों मामलों में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत कार्रवाई की है। इन दोनों मामले में लोकायुक्त की अलग-अलग टीमों ने दोनों मामलों को अंजाम दिया है। दरअसल लोकायुक्त टीम रीवा कि यह दो बड़ी कार्यवाहियां एक ही जिले में अलग-अलग की गई है। नवगठित जिला मैहर में लोकायुक्त की दो बड़ी ताबड़तोड़ कार्रवाइयों से जहां पूरा मैहर जिला प्रशासन सकते में है। वहीं एक ही दिन में रिश्वतखोरी के दो मामले सामने आने से प्रशासन में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी इस स्तर तक हावी है इसकी भी पोल मैहर जिले के प्रशासनिक महक में की खुल चुकी है।
मिली जानकारी के मुताबिक मैहर जिले के अंतर्गत ग्राम कुशियारी निवासी शिकायतकर्ता अनिल कुशवाहा की भूमि ग्राम कुशियारी में सीमांकन के लिए आवेदन किया था इसके बदले राजेश निरीक्षक राघवेंद्र सिंहऔर हलके के पटवारी अरुण सिंह के द्वारा 20000 की रिश्वत मांगी जा रही थी जिसकी शिकायत शिकायतकर्ता अनिल कुशवाहा के द्वारा लोकायुक्त रीवा से कर दी गई इसके बाद आज मंगलवार को लोकल की टीम मौके पर पहुंचकर रिश्वतखोर राजस्व निरीक्षक और पटवारी को 20000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।
वही मैहर जिले में ही विद्युत विभाग के एक जेई के द्वारा शिकायतकर्ता सुशील कुमार कुशवाहा निवासी ग्राम भड़रा को विद्युत चोरी का भाई और डर दिखाकर जेई राकेश पटेल के द्वारा फर्जी प्रकरण तैयार कर लगभग 70000 रुपए का जुर्माना लगाने की धमकी दी गई। जिसके लिए जेई ने शिकायतकर्ता से ₹30000 की रिश्वत मांगी थी। *इस मामले की शिकायत शिकायतकर्ता सुशील कुमार कुशवाहा ने लोकायुक्त रीवा से कर दी शिकायत सत्यापन के बाद लोकायुक्त ने आगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया और आज मंगलवार को जैसे ही शिकायतकर्ता के द्वारा रिश्वत की राशि ₹30000 जेई राकेश पटेल को दी गई। उसके तुरंत लोकायुक्त की टीम ने छापामार कार्यवाही कर दी जिसमें विद्युत विभाग के के को रिश्वत की राशि 30 हजार सहित रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। लोकायुक्त में दोनों मामलों में मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत कार्रवाई की है।
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