गली गली में परोसे जाने लगी शराब, आबकारी विभाग की भूमिका संदिग्ध
दो पहिया वाहन सहित चार पहिया वाहन से होती है पैकारी
उमरिया। जिले के पाली में एक बार फिर से अवैध शराब की चर्चा होने लगी है। जहां इस बार आबकारी विभाग की भूमिका भी संदिग्ध होती हुई नजर आ रही है. शराब को अवैध रूप से रोक लगाने के लिए विभाग को नियुक्त किया गया है उस विभाग का नाम आबकारी विभाग है। यहां अधिकारी और कर्मचारी तो नियुक्त हैं लेकिन वह आराम से अपने ऑफिस में बैठकर अपने निजी स्वार्थ के लिए अवैध शराब माफियों को संरक्षण देते हैं।
दरअसल पूरा मामला उमरिया जिले के पाली क्षेत्र अंतर्गत का बताया गया है। जहां गली-गली में अवैध शराब बिकती हुई नजर आ रही है। वही बात करें अवैध शराब को पहुचाने कि तो पहले चार पहिया का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब दो पहियों का भी इस्तेमाल करके गली-गली में शराब पहुंचाई जा रही है।
सबसे हैरानी की बात तो यह है कि आबकारी विभाग के कार्यालय के सामने से पैकारी होती है। लेकिन जब विभाग से इसके बारे में सवाल किया जाता है तो वह सवालो से बचते हुए नजर आते हैं। अगर कलेक्टर के द्वारा ऊपर से आदेश दिया जाता है तो छुटपुट कार्रवाई करके अपना पल्लू झाड़ लेते हैं। लेकिन बड़े शराब माफियाओं को खुला संरक्षण देते हुए आबकारी विभाग देखे जा रहे हैं।
आबकारी विभाग बिल्कुल सुन होता हुआ दिखाई देता है बल्कि अपना काम पुलिस से करवाता है जहां मध्य प्रदेश पुलिस अब आबकारी विभाग का भी काम करती है और इसे रोकने का प्रयास भी करती है।
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