फाइलेरिया बीमारी से बचने दवा को ले अनिवार्य, 10 से 23 फरवरी के बीच घर-घर खिलाई जायेगी गोली
उमरिया। फाइलेरिया बीमारी के उन्मूलन के लिए जिला अस्पताल में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.व्हीएस चंदेल की अगुवाई में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री चंदेल ने फाइलेरिया बीमारी को गम्भीर बीमारी बताया, उन्होंने कहा कि इस बीमारी के पूर्व शासन द्वारा निर्धारित दवाओं का सेवन अनिवार्य रूप से करे, फाइलेरिया होने के बाद इसके निदान के करींब नगण्य उपाय है।
फाइलेरिया निदान के लिए शासन द्वारा निर्धारित दवाओं का कोई भी प्रतिकूल प्रभाव नही है, फिर भी अगर शरीर मे माइक्रो फाइलेरिया के कीटाणु होते है तो दवाओं के सेवन से सरदर्द, बदनदर्द, पेटदर्द, उल्टी आदि होने की संभावना होती है, जो नजदीकी स्वास्थ्य कार्यकर्ता से सम्पर्क कर तत्काल ठीक हो जाता है।
विदित हो कि जिले में करींब 56 मरीज चिन्हित किये गए है, इसमे करींब शहरी क्षेत्र में 30 के करींब मरीज है, जो चिंता का विषय है। प्रेस वार्ता के दौरान जिला मलेरिया सलाहकार रवि साहू ने बताया कि 10 फरवरी से 23 फरवरी के बीच घर घर स्वास्थ्य कार्यकर्ता पहुंचेंगे, 10 से 13 फरवरी बूथ डे गतिविधि में स्कूल कॉलेज हॉस्टल संस्थान मे 14 से 19 फरवरी घर घर जाकर एवं 20 से 23 फरवरी छूटे हुए व्यक्तियों को समक्ष दवा का सेवन कराया जावेगा। इनमें 2 साल से कम बच्चों को, गर्भवती महिलाओं और गम्भीर बीमारी से ग्रस्त लोगो को दवाओं का सेवन नही कराया जायेगा। प्रेस वार्ता में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ व्ही एस चंदेल, जिला मलेरिया सलाहकार रवि साहू, मलेरिया सुपरवाइजर धीरेंद्र मिश्रा दिलीप सिंह रहे।
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