7 लाख रुपये की भारी भरकम रिश्वत लेते उपयंत्री रंगे हाथ गिरफ्तार
पन्ना। मध्यप्रदेश में लगातार भ्रष्टाचारियों और रिश्वतखोरों की झड़ी लगी हुई है। वहीं लोकायुक्त की टीम के द्वारा कार्यवाहियां भी की जा रही है। बीते 6 महीने अनगनित मामले सामने आए है जिसमे विभाग के बाबू से लेकर अफसर तक रिश्वत खोरी में शामिल है। खासकर पुलिस विभाग में यह ज्यादातर देखने को मिल रहा है। कहीं आरक्षक तो कहीं एएसआई,एसआई और टीआई भी रंगे हाथ ट्रैप हो हो रहे है। इसी कड़ी में रिश्वत लेते एक पीडब्लूडी विभाग पन्ना के उपयंत्री को लोकायुक्त ने 7 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है।
दरअसल आवेदक भरत मिलन पाण्डेय निवासी अजयगढ़ जिला पन्ना पीडब्लूडी विभाग जिला पन्ना में ठेकेदारी का काम करता है। जिसके द्वारा बीते समय मे सड़क निर्माण कार्य कराया गया था। लेकिन किन्ही कारणवश उसका भुगतान और कार्य का मूल्यांकन नही हो पाया था।जिसे लेकर आवेदक ठेकेदार के द्वारा विभाग के उपयंत्री से सड़क निर्माण का मूल्यांकन करने की बात कही जा रही थी।विभाग के उपयंत्री मनोज रिछारिया के द्वारा उससे इस कार्य के बदले 7 लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी। इसे से परेशान होकर आवेदक भरत ने इसकी शिकायत लोकायुक्त से कर दी। जिसके बाद लोकायुक्त टीम के द्वारा मामले की गोपनीय जांच कराई गई जिसमें शिकायत को सही पाया गया।
आवेदक की शिकायत सही पाकर लोकायुक्त टीम ने आवेदक को उनके बताए अनुसार उपयंत्री मनोज रिछारिया को रिश्वत की राशि 7 लाख रुपये पूरी तैयारी के साथ देने की बात कही गई। और आज जब आवेदक रिश्वत की राशि उपयंत्री मनोज रिछारिया को देने लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) कार्यालय पन्ना पहुंचा और रिश्वत की राशि 7 लाख रुपये उपयंत्री को दे दिया। जिसके बाद उसके इशारे पर वहां मौजूद लोकायुक्त की टीम ने उपयंत्री को रिश्वत की राशि 7 लाख सहित रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया और आगे की कार्यवाही की गई है।
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