जिला में बारिश का कहर, जोहिला बांध के खुले चारों गेट

उमरिया। लगातार हो रही तेज़ बारिश से उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली स्थित जोहिला बांध का जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए रविवार को बांध के चार गेट खोल दिए गए, जिससे तेज़ बहाव के साथ पानी निचले इलाकों की ओर बढ़ गया है। शुक्रवार को बांध के दो गेट खोले गए थे, लेकिन बीते 24 घंटों में हुई मूसलधार बारिश के कारण जलस्तर में और वृद्धि हुई। जलदाब को नियंत्रित करने और बांध की संरचनात्मक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चारों गेट खोलने का फैसला लेना पड़ा।
लोगों में रोमांच, प्रशासन ने कहा– सावधान रहें
जैसे ही बांध के चारों गेट खुलने की खबर फैली, आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों और कस्बों से बड़ी संख्या में लोग इस नजारे को देखने पहुंच गए। तेज़ बहाव के साथ गिरता पानी रोमांचकारी दृश्य पेश कर रहा था, लेकिन इसके बीच प्रशासन लगातार चेतावनी दे रहा है कि लोग बांध क्षेत्र के समीप न जाएं और नदियों-नालों से दूरी बनाए रखें। संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र का प्रबंधन स्थिति पर निगरानी रखे हुए है। बांध क्षेत्र में कर्मचारियों की तैनाती की गई है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं। साथ ही बांध के आसपास बैरिकेड्स लगाए गए हैं और पुलिस बल की तैनाती भी की गई है। *निचले इलाकों में अलर्ट, त्वरित राहत की तैयारी *बांध से छोड़े गए पानी का असर निचले क्षेत्रों में साफ नजर आने लगा है। जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो रही है, जिससे ग्रामीणों को सचेत कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने ग्राम सचिवों, पटवारियों और पंचायत प्रतिनिधियों को निर्देश दिए हैं कि वे चौकन्ने रहें और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल राहत कार्य शुरू करें।
औसत वर्षा दर्ज की गई है। इसमें चंदिया (487 मिमी) और बिलासपुर (467.4 मिमी) सबसे आगे हैं। अन्य क्षेत्रवार आंकड़े: बांधवगढ़: 340.4 मिमी,नौरोजाबाद: 348.8 मिमी,मानपुर: 314.6 मिमी,पाली: 307.6 मिमी,करकेली: 300.7 मिमी।
पिछले साल से कम, लेकिन स्थिति गंभीर
गत वर्ष इसी अवधि तक 724.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी, जो इस वर्ष की तुलना में लगभग दुगुनी है। परंतु तेज़ और लगातार हो रही वर्षा ने जलस्तर में तेजी से इज़ाफा किया है, जिससे स्थिति गंभीर बनी हुई है।
प्रशासन की अपील – सुरक्षित रहें, सहयोग करें
प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि नदी किनारे या जलभराव वाले स्थानों से दूर रहें। प्रशासन द्वारा जारी किए जा रहे दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि किसी भी प्रकार की जनहानि या क्षति से बचा जा सके।
मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटों में और भारी वर्षा की चेतावनी दी है, ऐसे में अन्य जलाशयों और नदियों की स्थिति पर भी प्रशासन नजर बनाए हुए है।
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