चरवाहा सम्मेलन हुआ सम्पन्न, वन संरक्षण की दिलाई शपथ

उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (बीटीआर) प्रबंधन द्वारा मानपुर बफर अंतर्गत ग्राम पंचायत डोडका के पंचायत भवन में शुक्रवार को भव्य चरवाहा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण आयोजन में बीटीआर संचालक डॉ. अनुपम सहाय, उपसंचालक पी. के. वर्मा, उपवन मंडल अधिकारी भूरा गायकवाड़, वन परिक्षेत्राधिकारी मानपुर बफर मुकेश कुमार अहिरवार सहित कई वन अधिकारी एवं वन कर्मियों की उपस्थिति रही।
सम्मेलन में डोडका ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव, ग्रामीण जनों के साथ 35 ग्रामों से बड़ी संख्या में चरवाहा समुदाय के लोग शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य चरवाहों की वन संरक्षण में भूमिका को रेखांकित करना और वन्यजीवों के साथ सह-अस्तित्व को प्रोत्साहित करना था।
संचालक डॉ. अनुपम सहाय ने अपने संबोधन में चरवाहों को देश की पारंपरिक वन संस्कृति का अभिन्न अंग बताते हुए उनकी भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा कि चरवाहा समुदाय न केवल जंगल का उपयोगकर्ता है बल्कि रक्षक भी है। उपसंचालक श्री पी. के. वर्मा ने कहा, "वन और मानव का सह-अस्तित्व हमारी पारंपरिक विरासत है। हमें इसे संरक्षित रखते हुए वन्यजीवों के साथ तालमेल बिठाकर जीवन जीना सीखना होगा।"
श्री वर्मा ने जंगल में हो रहे परिवर्तनों, चुनौतियों तथा वन्यप्राणियों के विचरण व्यवहार पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से जंगल में आग की घटनाओं को रोकने में चरवाहों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। कार्यक्रम के दौरान बीटीआर प्रबंधन द्वारा उपस्थित चरवाहों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई तथा सामाजिक समरसता और सहभागिता के प्रतीक स्वरूप ‘बीटीआर चरवाहा सम्मेलन’ लिखा हुआ विशेष गमछा प्रदान किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी चरवाहों को वन एवं वन्यप्राणी संरक्षण तथा जंगल में आग न लगाने की शपथ दिलाई गई। यह सम्मेलन क्षेत्रीय वन प्रबंधन और स्थानीय समुदाय के बीच सशक्त संवाद और सहभागिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।
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