मुख्यमंत्री के आदेश का नही हो रहा पालन
बिना दस्तावेज के क्लीनिक चला रहे डॉक्टरों पर नही हो रही कार्यवाही
उमरिया। मानपुर जनपद अंतर्गत क्षेत्र में बिना दस्तावेज के डॉक्टरों के द्वारा क्लीनिक संचालित कर दवाई की जा रही है, जिससे आए दिन लोगो की मौत हो रही है। जिसको सज्ञान में लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा बिना दस्तावेज के चल रही क्लीनिकों को सील करने का आदेश पारित किया गया था, माननीय मुख्यमंत्री के आदेश का पालन करने के लिए उमरिया कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन के द्वारा पूरे जिले में टीम गठित की गई थी, गठित की गई टीम के द्वारा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एवं उमरिया कलेक्टर के आदेश का पालन नही किया गया।
मानपुर क्षेत्र में इन दिनों बारिश के मौसम के मेंढक की तरह बंगाली डॉक्टरों की बाढ़ सी आई हुई है जो की बगैर किसी वैध डिग्री और रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले के साथ ग्रामीण इलाकों में जैसे मानपुर, सेमरा देवरी, ताला, बकेली उमरिया, चिल्हारी, बिजौरी, दमना आदि जगहों पर अपनी पैठ बनाकर भोले भाले ग्रामीणों को लूट रहे हैं। गजब की बात तो यह है कि इस खुली लूट पर जिम्मेदारों ने भी चुप्पी साध रखी है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि मानपुर के हर बड़े गांव में ये बंगाली डॉक्टर वर्षों से अपनी अवैध क्लिनिक संचालित कर खुलेआम लोगों का इलाज़ भर नहीं बल्कि उन्हें अपने इन अवैध डिस्पेंसरी में एडमिट भी कर रहे हैं साथ ही सरकार द्वारा प्रतिबंधित और गैर कानूनी अबॉर्शन जैसे अवैध धंधे कर अपनी जेबें भर रहे हैं।
मानपुर मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम देवरी में इसी तरह संदीप सन्नायक नाम का बंगाली डॉक्टर गत 15 वर्षों से अपना अवैध दवाखाना खोलकर लाखो में खेल रहा है। इन बंगाली डॉक्टरों के चक्कर में पूर्व में कई भोले भाले मासूम लोगों की जाने तक जा चुकी है, फिर भी ये बेखौफ होकर ग्रामीण इलाकों में अपनी क्लीनिक संचालित कर आदिवासी मजदूर और अनपढ़ लोगों से उनकी गाढ़ी कमाई ऐंठ कर ऐश कर रहे हैं, जिन पर शीघ्र कार्यवाही की जानी चाहिए। जिससे कि क्षेत्र की भोली भाली जनता जनार्दन की जान इन बंगाली डॉक्टरों से बच सके।
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