पूरी रात निगरानी कर अंततः बाघ का हुआ रेस्क्यू, बाड़े में कैद
उमरिया। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के पतौर रेंज अंतर्गत ग्राम बमेरा में 2 दिन पूर्व 60 वर्षीय कम्मा यादव के घर में घुसकर बाघ ने हमला कर दिया था, जिसको ग्रामीण मिल कर बचाने का प्रयास किये थे लेकिन इलाज के लिए जबलपुर ले जाते समय रास्ते मे मौत हो गई थी।
पतौर रेंजर अर्पित मेराल ने बताया कि हम लगातार इलाज से लेकर सारी परिस्थितियों में पीड़ित के परिवार के साथ बने रहे। बीती रात वही बाघ मृतक कम्मा यादव के घर के सामने ही बैठा रहा जिसकी सूचना मृतक के परिजनों ने हमको को दिया तो हम स्वयं पूरी रात घर की छत में बैठ कर निगरानी करते रहे और विभाग की रेस्क्यू टीम को भी तैयार होने के निर्देश देते रहे साथ मे लगातार बाघ पर नजर बनाए रहे। सुबह से ही सारी तैयारी कर बाघ का रेस्क्यू कर लिया गया, अब बाघ को ताला कोर जोन में बने बाड़े में रखा जाएगा, जहां डॉक्टरों की निगरानी में रहेगा। बाघ के रेस्क्यू से ग्रामीण दहशत से बाहर आये, नही तो उनका जीना दूभर हो गया था।
गौरतलब है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार हो रही घटनाओं के बीच पतौर रेंजर अर्पित मेराल एक ऐसे अधिकारी हैं जो हर पीड़ित के साथ खाना – पीना छोड़ कर खड़े रहते हैं और उनका साथ देते हैं। टाइगर रिजर्व को ऐसे ही अधिकारी की आवश्यकता है।
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