बीटीआर को फिर मिला टाइगर स्टेट का दर्जा, 35 फीसदी बाघ बढ़े
उमरिया। बाँधवगढ टाइगर रिसर्व में वर्ष 2018 से वर्ष 2022 के बीच 35 फीसदी बाघों की संख्या बढ़त हुई है। दरअसल वर्ष 2018 से पूर्व बीटीआर में 124 बाघों की संख्या गणना के दौरान मिली थी, बाद में वर्ष 2022 के जुलाई माह में हुई गणना में 164 बाघों की वंश वृद्धि देखी गई, जिन कारणों से एक बार फिर बीटीआर को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला है। शनिवार को विश्व बाघ दिवस के मौके पर बाघ गणना के जारी आंकड़ों को देखकर बीटीआर प्रबंधन खासा उत्साहित रहा।
इस मौके पर ताला के आडोटोरियम में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बाघ सरंक्षण की दिशा में बेहतर कार्य करने वाले वनकर्मियों एवं स्टेक होल्डर्स को सम्मानित किया गया, साथ ही पर्यावरण एवं वन्य जीव सरंक्षण विषय को लेकर स्कूली छात्रो के बीच कराई गई। प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा पार्क प्रबंधन ने वन्य जीवों की सेवा के दौरान जान गंवाने वाले वनकर्मियों एवं अधिकारियों की याद में शहीद स्मारक का शिलान्यास कराया गया।
विदित हो कि यह दूसरा मौका है जब एमपी को टाइगर स्टेट का दर्जा दिलाने बाँधवगढ टाइगर रिसर्व ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मध्यप्रदेश के छह टाइगर रिजर्व में 259 बाघों की बढ़त मिली है, इनमे 17 फीसदी के करींब यानी 41 बाघों की वंश वृद्धि महज बीटीआर में देखी गई, जो ग्रोथ रेट के मामले में पूरे एमपी मे सबसे ज्यादा है।
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