ट्रेन स्टॉपेज को लेकर सुलगने लगी आग
● सैकड़ों की संख्या में रेलवे स्टेशन पहुंचकर रेल महाप्रबंधक के नाम दिए ज्ञापन
● ज्ञापन पर पहल नहीं हुआ तो आगे की बनेगी रणनीत होगा रेल रोको आंदोलन
● सैकड़ों की संख्या में विज्ञापन के दौरान रहे उपस्थित
● जो ट्रेन संचालित थी करोना काल में बंद कर दिया उन्हें बहाल करने की मांग को लेकर उठी आवाज
उमरिया/करकेली। ट्रेन स्टॉपेज को लेकर सैकड़ों की संख्या में युवा वरिष्ठ नागरिक वरिष्ठ जन करकेली रेलवे स्टेशन में पहुंचकर रेल महाप्रबंधक के नाम स्टेशन मास्टर को ज्ञापन दिया गया। विदित हो कोरोना के पहले जो ट्रेन करकेली रेलवे स्टेशन में स्टॉपेज था और करोना काल में बंद कर दिया गया है जिससे रेलवे स्टेशन से लगे 200 गांव के लोगों को आवागमन यात्रा करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । करकेली 110 ग्राम पंचायतों का जनपद मुख्यालय कार्यालय पिपरिया कॉलरी आदि जैसे यहां कार्यालय उपस्थित है जो ट्रेनें यहां पूर्व में संचालित थी उन्हें बहाल करने के लिए रेल महाप्रबंधक बिलासपुर को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया है कि यदि इन ट्रेनों का शीघ्र स्टॉपेज नहीं दिया गया आने वाले दिनों में समस्त 200 गांव के लोगों के माध्यम से रणनीति बनाकर ट्रेन आंदोलन करने की रास्ता अख्तियार किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी रेल प्रशासन की होगी कोई नई ट्रेन नहीं मांगी जा रही है जो यथावत थी उसी ट्रेन को लेकर अपना हक जता रहे हैं, जिस तरह से चंदिया में आंदोलन का रुख अख्तियार किया गया था कहीं ऐसी स्थिति यहां भी निर्मित ना हो ज्ञापन के माध्यम से गांधीवादी तौर तरीके से मांग की जा रही है यदि इन मांगों पर पहल नहीं की गई, शीघ्र रणनीति बनाकर और रेल प्रशासन को अवगत करा कर रेल आंदोलन किया जाएगा, जबकि 200 गांव के लोगों का आवागमन इसी रेलवे स्टेशन से होता है।
इस अवसर पर राधिका प्रसाद तिवारी, मदन साहू, नीरज सिंह रघुवंशी, धीरेंद्र सिंह, अंबुज सिंह, आलोक सिंह, अमन तिवारी, महेंद्र महोबिया, आशीष तोमर, एसैराम सिंह, राजाराम कुशवाहा, समीर द्विवेदी, मनु तिवारी, हिमांशु सिंह, लखन यादव, अनीश तिवारी, अंकुर सिंह, विनय तिवारी, मोनू महाराज, लालू राठौर, संतोष राठौर, सुमित नापित आदि सैकड़ों की संख्या में युवा वरिष्ठ जन उपस्थित रहे।
What's Your Reaction?