कॉलेजों की दुर्दशा पर NSUI का हल्ला बोल
जिला अध्यक्ष मो. असलम शेर बोले-अब नहीं सहेंगे शिक्षा के नाम पर लूट
शिक्षक नहीं, भवन नहीं, बस सुविधा बंद
उमरिया के कॉलेजों की हालत बेहाल NSUI ने सौंपा ज्ञापन, BJP सरकार की नीतियों पर उठाए सवाल
जिला कलेक्टर कार्यालय पर NSUI का प्रदर्शन—छात्रों के भविष्य को लेकर उठी एकजुट आवाज़, भाजपा सरकार में शिक्षा हुई चौपट
उमरिया। उमरिया जिले के सभी शासकीय महाविद्यालयों में व्याप्त शिक्षण, प्रशासनिक और संरचनात्मक समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) जिला उमरिया ने सोमवार को जिला कलेक्टर को विस्तृत ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि जिले के कॉलेजों में शिक्षक, भवन, लैब, पुस्तकालय, पेयजल, बस और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएँ वर्षों से नदारद हैं, जबकि भाजपा सरकार बार-बार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का दावा करती रही है, जबकि BJP सरकार के सारे दावे गलत हैं।
NSUI की प्रमुख शिकायतें
- उमरिया जिले के समस्त महाविद्यालयों के छात्रों के परिणाम में सुधार कराया जाए जो कि विगत वर्षों से बहुत कम है एवं जो एटी गेटी के छात्रों की फीस 1500/- रुपए है उसको कम करके 500/- रुपए की जाए जिससे आर्थिक स्थिति ठीक न होने वाले छात्रों की पढ़ाई निरंतर रहे। महाविद्यालयों में भरे जाने वाले ऑनलाइन आवेदन की तिथि बहुत कम दिनों की होती है जिसको बढ़ाकर कम से कम 20 दिनों तक निर्धारित की जाए।
- शिक्षकों की भारी कमी अधिकतर कॉलेजों में कक्षाएँ नियमित नहीं लग रहीं।
- भवनविहीन कॉलेज भरेवा व बिलासपुर महाविद्यालय केवल नाममात्र से संचालित हैं।
- लैब और उपकरणों की कमी — विज्ञान व कंप्यूटर प्रैक्टिकल बंद पड़े हैं।
- बस, पेयजल और शौचालय सुविधा बंद या जर्जर।
कॉलेज परिणामों में पारदर्शिता व फीस में राहत की माँग। NSUI जिला अध्यक्ष मो. असलम शेर ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते समय कहा - उमरिया जिले की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह अव्यवस्थित हो चुकी है। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा सरकार के 18 साल के शासन में कॉलेजों की हालत बदतर होती गई है — न शिक्षक हैं, न भवन, न बस सुविधा। NSUI ने कई बार चेताया, लेकिन भाजपा सरकार और प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। यदि आने वाले दिनों में समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो NSUI जिला उमरिया सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगी। यह संघर्ष विद्यार्थियों के अधिकार और शिक्षा के सम्मान के लिए है।
NSUI की प्रमुख माँगें
*विषयवार नियमित शिक्षकों की नियुक्ति शीघ्र की जाए। * शा. रणविजय प्रताप सिंह महाविद्यालय को प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज के मानकों के अनुरूप विकसित किया जाए। * भरेवा और बिलासपुर कॉलेज के स्थायी भवन निर्मित किए जाएँ। * प्रत्येक कॉलेज में लैब, पुस्तकालय, बस, पेयजल और सुरक्षा की व्यवस्था की जाए। * छात्रों की फीस व आवेदन प्रक्रिया में राहत दी जाए। * कॉलेज परिसरों की बाउंड्री वॉल निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किया जाए।
भारी भीड़ में उमड़ा छात्र समुदाय
ज्ञापन सौंपते समय मुख्य रूप से एनएसयूआई के जिला उपाध्यक्ष कृष्णकांत तिवारी, कॉलेज अध्यक्ष आकाश द्विवेदी, कॉलेज अध्यक्ष ओम तिवारी, हर्ष तिवारी, अम्बर शुक्ला ब्लाक अध्यक्ष, सचिन चौधरी सचिव, राजा कोल सचिव, बिलाल खान, मयूर विश्वकर्मा, सुनील यादव, कृष्णा रजक, सचिन कोल, तनुश्री तोमर, कंचन तिवारी, अर्पिता तिवारी, आंचल चौधरी सहित NSUI जिला इकाई के सभी पदाधिकारी एवं भारी संख्या में छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे। सभी ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाए और कहा कि जब तक शिक्षा व्यवस्था सुधरेगी नहीं, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
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