शिक्षक निराश होता है तो पूरा समाज डूब जाता है - कमिश्नर, शिक्षण कार्य मे निरंतर अपडेट रहे शिक्षक -कमिश्नर, जिले मे 6 अगस्त से सभी विद्यालयो मे बस्तो की जांच का चलेगा विषेष अभियान
उमरिया। कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने कहा है कि शिक्षक समाज के मार्ग दर्शक होते है। आगे की पीढी कैसी होगी इसका निर्धारण करते है। उन्होने कहा है कि अगर शिक्षक अच्छी शिक्षा देते है तो समाज निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है। उन्होने कहा कि शिक्षक अगर निराश होता है तो पूरा समाज डूब जाता है। कमिश्नर ने कहा कि दुनिया मे स्पीड आफ चेंज प्रकाश की गति से भी तेज है। शिक्षको को भी अपने शिक्षण कार्य मे अपडेट होकर शिक्षण कार्य करना चाहिये। उन्होने कहा कि मैं स्वयं शासकीय कार्यो मे अपडेट रहने का प्रयास करता हॅू तथा इस चुनौती का सामना कर रहा हॅू। उन्होने कहा कि शासकीय कर्मचारी नवीनतम टैक्नालाजी का उपयोग करें तथा इसके प्रति निरंतर अपडेट रहें। इसके लिये शासन समय समय पर प्रशिक्षण दिलाता है। आज 12 वी कक्षा मे पढने वाला छात्र कई नवीनतम तकनीको मे हमसे ज्यादा ज्ञान रखता है उन्होने कहा कि सभी शिक्षको को नवीन तकनीको के प्रति अपडेट रहने की आवश्यकता है। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा आज उमरिया मे शैक्षणिक कार्य से जुडें विद्यालय के प्राचार्यो, प्रधानाध्यापको तथा शिक्षको को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी उमेश धुर्वे, सहायक आयुक्त उदयभान सिंह उईके, डीपीसी सुमिता दत्ता, एपीसी बीआरसी तथा शिक्षको ने भाग लिया।
शिक्षक एक एैसी मशाल लेकर चलता है जो पूरे समाज को चेतना देती है। शिक्षको पर नई पीढी के गढने का गुरूतर दायित्व होता है। शिक्षक की निराशा समाज को डूबा देती है। इन सबसे बचने के लिये तथा राष्ट्र चेतना के साथ ही विद्यार्थियो के नैतिक स्तर को समाज एवं देश उपयोगी बनाने हेतु 5 सुझावों पर अमल करने की बात कहीें। उन्होने कहा कि सभी शिक्षक स्कूल मे समय से पहले पहुचें तथा पुरे समय तक विद्यालय मे उपस्थित रहें। शिक्षक नवीन ज्ञान तथा नवीन तकनीको से स्वयं को अपडेट रखें। शिक्षक के व्यवहार एवं कार्यो का अनुसरण विद्यार्थी एवं समाज करता है। इसलिये उनके आचरण इस तरह होना चाहिये जैसी अपेक्षा समाज एवं देश भावी पीढी से करता है। शिक्षक का विद्यार्थी एवं समाज से अटूट संबंध होता है। शिक्षक समाज के सहयोग से विद्यालय परिसर को हरा भरा स्वच्छ एवं सर्व सुविधा युक्त बना सके। विद्यार्थी के जीवन मे खेलो का भी अत्याधिक महत्व है इसलिये सभी विद्यालयो मे फुटबाल क्लब का गठन 15 अगस्त तक कर लिया जाये। उन्होने कहा कि स्कूली बच्चों के जीवन मे बस्तो के वनज का बहुत दुष्प्रभाव पडता है। इससे बच्चो का स्नायु तंत्र, रीड की हडडी, कंधो, कमर एवं पीठ ने दर्द जैसी समस्यायें जन्म लेती है। उमरिया जिले मे 6 अगस्त को अभियान चलाकर सभी शासकीय एवं अशासकीय स्कूलो मे स्कूली बच्चो के बस्ते का वजन लिया जायें तथा इसके फोटो व्हाटसप, फेसबुक एवं सोशल मीडिया मे साझा किये जाये।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश सरकार एवं आयुक्त शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, शिक्षको के प्रशिक्षण के साथ ही स्कूली बच्चों के बस्तो का बोझ कम करने का अभियान चलाया जा रहा है। उमरिया जिले मे इस दिशा मे कार्य प्रारंभ किया गया है। जिसके सकारात्मक परिणाम जल्द ही आम जनता के सामने आयेंगे।
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