जहां जन कल्याण के लिये सरकार समर्पित है, वही भ्रष्टाचार जड़ जमाये बैठा है

Aug 1, 2022 - 22:01
Aug 1, 2022 - 22:42
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जहां जन कल्याण के लिये सरकार समर्पित है, वही भ्रष्टाचार जड़ जमाये बैठा है

नर्मदापुरम।   यूँ तो सुर्खियों में रहे स्वास्थ्य विभाग में घोटाले और भ्रष्टाचार के नित नए काले कारनामे दिनबदिन उजागर हो रहे हैं। बावजूद इसके भ्रष्टाचार का संक्रमण फैलाने वाली अटैचमेंट प्रणाली वर्षों से बदस्तूर सीएमएचओ कार्यालय में चल रही मिलीभगत की पोल खोल रही है। 
          सूत्र बताते हैं पुराने अस्पताल भवन समेत 16 आवास टूटने पर निकला कबाड़ा वर्ष 2014-15 में बेच दिया गया था जो लाखों में  था। विभाग द्वारा इस घोटाले को अंजाम देने के लिए टेंडर जारी किये बिना ही लाखों का कबाड़ा रातोंरात बेच दिया गया ? 
          जांच उठी बीएमओ समेत कार्यालय का संबंधित बाबू दोषी पाया गया । लेकिन विश्वसनीय सूत्र बताते है कि जांच तो हुई परंतु कार्यवाही करने के बजाय तत्कालीन सीएमएचओ द्वारा लाखों के घोटाले की फाइल ले देकर दबा दी गई। 
          फ़िलहाल अटैचमेंट के चलते अब लाखों के भ्रष्टाचार को अंजाम देने वाले LDC पांडेय को सीएचसी सांडिया से पिपरिया अस्पताल अटैचकर अकाउंटेंट बनाकर बैठाला गया है। इसपर भी जिम्मेदार मौन हैं और पल्ला झाड़ रहे हैं। 
          दूसरी और तमाम नियम कायदों को खूंटी पर उल्टा लटकाकर अंधी अटैचमेंट पद्धति की जननी ने जिला अस्पताल के संविदा डॉक्टर को नियमविरुद्ध बाबई बीएमओ बना दिया है। इतना ही नहीं पिपरिया बीएमओ डॉ ऋचा कटकवार भी भ्रष्टाचार के खेल में घिरती दिखाई दे रही है। 
          बता दें कि हाल ही में शासकीय भवन आवंटन होने के बावजूद एक महिला कर्मचारी को जबरन सस्पेंड किया गया।  जवाबदेही से पल्ला झाड़ने वाले जिम्मेदारों तक भ्रष्टाचार की मोटी रकम पहुँच रही है, शायद इसी के चलते बड़े घोटालों से जुड़े मामले  मिलीभगत के चलते दबाए जा रहे हैं। 
          अहम सवाल यह है कि शासकीय आवास आवंटन में जब मनमाने तरीके से एक महिला कर्मचारी को सस्पेंड किया जा सकता है तो अब इन घोटालेबाजों पर क्या कार्यवाही होगी ?? मामले को लेकर फ़िलहाल सभी ने चुप्पी साध रखी है। 

सीधे सवाल ?

डॉ दिनेश देहलवार-

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (नर्मदापुरम)

सवाल- जो लाखों के भ्रष्टाचार में दोषी साबित हुआ उसे  पिपरिया अस्पताल में एकाउंटेंट बनाकर क्यों बैठाला ? और अभी अभी आपने अटैचमेन्ट को लेकर कोई आदेश किये हैं ? 
जवाब- कौन देवेंद्र पांडेय मुझे नहीं पता, पता करता हूँ। अभी मैं बाहर हूँ दिखवाता हूँ। और फोन डिस्कनेक्ट!

          ऐसे गैर जिम्मेदार सरकारी अधिकारी/कर्मचारियो पर नकेल कसने की जरूरत है, जिससे सरकार द्वारा चलाये जा रहे अमृत महोत्सव फलीभूत हो सके।

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