अध्यापक शिक्षक संयुक्त मोर्चे की रूपरेखा तैयार, एक लाख अध्यापकों के साथ आगामी 20 अगस्त को राजधानी में मोर्चा खोलेगा संगठन
• यदि सुशासन है तो सेवा अवधि की गणना उनके प्रथम नियुक्ति के मान से करते हुए वरिष्ठता मान्य की जाए
• 12 से 24 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करचुके अध्यापक व शिक्षकों को क्रमोन्नति समयमान वेतन के आदेश जारी किए ।
नर्मदापुरम। रविवार को नर्मदापुरम के एनएमवी कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित अध्यापक शिक्षक सम्मेलन में पांच प्रांत अध्यक्षों की मौजूदगी में 11 सूत्री मांगों को लेकर मंथन किया गया है।
अध्यापक शिक्षक संयुक्त संगठन ने 20 अगस्त 2023 को तकरीबन एक लाख अध्यापकों के साथ भोपाल में प्रदर्शन करने की योजना बनाई है।
संभागीय अध्यक्ष राजेश पांडेय ने 11 सूत्री मांगों को लेकर बताया कि राज्य शिक्षा सेवा में नियुक्त अध्यापक संवर्ग की सेवा अवधि की गणना उनके प्रथम नियुक्ति के मान से करते हुए वरिष्ठता मान्य की जाए, ताकि पेंशन, ग्रेजुएटी ,क्रमोन्नति अर्जित अवकाश का लाभ मिल सके l साथ ही सुशासन के रहते अध्यापक संवर्ग को अंशदाई पेंशन के स्थान पर पुरानी पेंशन लागू की जाए। 12 से 24 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले अध्यापक व शिक्षकों को क्रमोन्नति समयमान वेतन के आदेश जारी किए जाएं ।
दिवंगत हुए अध्यापक शिक्षक के आश्रित परिवारों के सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों का शीघ्रता से निराकरण करते हुए उन्हें नियुक्ति प्रदान की जाए । इस तरह कई महत्वपूर्ण मांगे शामिल हैं।
सम्मेलन में प्रांत अध्यक्ष राकेश दुबे, जगदीश यादव, मनोहर दुबे, राकेश नायक एवं भरत पटेल की उपस्थिति के दौरान संभाग अंतर्गत हरदा एवं बेतूल से आए बड़ी संख्या में अध्यापक शिक्षक संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों में गजेंद्र बचले, उमेश ठाकुर, महेश विश्वकर्मा, राम भास्कर पांडे, आर बी गौर, राजेश चौरसिया, मनोज कुशवाहा, अशोक देवराले एवं माजिद खान मौजूद रहे।
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