स्वास्थ्य विभाग में फिर लोकायुक्त का छापा, पढ़िए कौन कौन रंगे हाथ पकड़ाए
भ्रष्ट सिस्टम से नाराज स्वास्थ्य की महिला अधिकारी ने सुशासन में हाईकोर्ट के बाद लोकायुक्त का दरवाजा खटखटाया
सीएमएचओ का अकॉउंटेंट, क्लर्क,कम्प्यूटर ऑपरेटर तीनों 30 हजार लेते रेडहेण्ड ट्रेप*
नर्मदापुरम। गुरुवार को संभागीय मुख्यालय स्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय (cheif medical and helth office- narmadapuram) में भ्रष्टाचार (curruption) पर लोकायुक्त संगठन भोपाल (anty curruption lokayukt- Bhopal) की 9 सदस्यीय टीम ने सफल छापेमारी को अंजाम दिया है। लोकायुक्त डीएसपी व्ही के सिंह की टीम द्वारा सीएमएचओ ऑफिस में मिलीभगत से चल रही घूंसखोरी में 30 हज़ार रुपयों की रिश्वत के साथ 3 बाबूओं को रेडहेण्ड अरेस्ट किया है । शिकायतकर्ता (नर्सिंग अधिकारी- निर्मला खंडवाल ) भी सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ है । और सेवानिवृत्त होने वाली हैं।
समयमान वेतनमान (एरियर्स) राशि सेटलमेंट के बिल पास करने में निर्मला खंडवाल से बाबूओं द्वारा 50 हज़ार रूपयों की रिश्वत ली जा रही थी। घूंस में 50 हजार की पहली किश्त लेते हुए 30,000 के लिफाफे सहित (अकॉउंटेंट-महेश कुमार मेवारी) (सहायक ग्रेड-3- गजेंद्र वर्मा उर्फ गज्जू ) (कंप्यूटर ऑपरेटर-संतोष नागाइच ) को लोकायुक्त टीम द्वारा रंगेहाथों धर लिया गया है।
लोकायुक्त टीम का ट्रेप तो सफल रहा! लेकिन यहाँ सवाल बना हुआ है, आखिर रिश्वत की यह रकम तीनों बाबूओं में बंट जाती या इनके ऊपर भेजी जा रही थी ? फिलहाल पूरे मामले में लोकायुक्त जाँच जारी है।
फिर छापा... सूत्र बताते हैं...
स्वास्थ्य महकमे में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। छापेमारी और बढ़ेगी कई बाबू, सिंह अफसरों पर भ्रष्टाचार के काले बादल बन रहे हैं। राज्य बीमारी सहायता से लगाकर कई भुगतानों में भारी वित्तीय घालमेल है। फर्ज़ी बिल, फर्ज़ी पेमेंट, स्टोर, मोबिलिटी, अनुकंपा, अटैचमेंट, टोटल फर्जीवाड़ा मीडिया में लंबी सुर्खियां बटोर चुका है।
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