परियोजना अधिकारी की शह पर चपरासी बांट रहा टी एच आर
कलेक्टर का नाम लेकर हो रहा खेला
उमरिया। जिले में संवेदनशील कलेक्टर की एक अलग पहचान है, जिस प्रकार से विधानसभा चुनाव में जिले की पहचान पूरे देश में हुई है उससे जिले का हर नागरिक अपने आप को गर्व महसूस कर रहे हैं, लेकिन मानपुर में कलेक्टर का नाम लेकर सरकारी कर्मी माल बटोरने लगे हैं, परियोजना अधिकारी की शह पर यह पूरा खेला एक चपरासी कर रहा है।
बताया जा रहा है कि मानपुर परियोजना अधिकारी कार्यालय के अंतर्गत 247 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जहां बच्चों के खाद्य सामग्री टीएचआर को वितरण करने की जिम्मेदारी परिवहन कर्ता को देनी थी, लेकिन विभाग के परियोजना अधिकारी की शह पर चपरासी अरुण पांडेय ही परिवहन कर्ता बन चुके हैं और आंगनबाड़ी केंद्रों पर यह सामग्री पहुंचाते हैं।
सूत्रों से जानकारी है कि जिन आंगनबाड़ी केंद्र से स्वंय की सेवा नहीं मिलती तो वहां का टीएचआर दूसरे केन्द्रों पर रखवा दी जाती है, जिसके कारण मजबूरी में अपना पैसा लगाकर टीएचआर का उठाव किया जाता है। इस मामले को लेकर परियोजना अधिकारी राज नारायण सिंह पटेल का कहना है कि हमारे विभाग के चपरासी अरुण पांडेय द्वारा टीएचआर नहीं बांटा जाता बल्कि किसी और के द्वारा यह बांटा जा रहा है। हालांकि मामले को लेकर विभागीय सूत्र कहते हैं कि मानपुर परियोजना अधिकारी की शह पर ही टीएचआर का वितरण किया जाता है और समय पर इसका वितरण नहीं होने के कारण मिनी आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता और सहायिका परेशान होते हैं। बहरहाल जो भी हो मामले में कलेक्टर के नाम का ग़लत तरीके से इस्तेमाल करना और जिले में बैठे विभागीय अधिकारियों का चुप रहना समझ से परे है।
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