बड़ी कार्यवाही : पशु तस्करी करने वालो पर हुई बड़ी कार्यवाही
उमरिया। जिले के पाली थाना अंतर्गत पाली बाई पास पर मुखबिर सूचना के आधार पर उमरिया पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए दो डी सी एम से जानवरो का बुचड़ खाने परिवहन करते हुए पकड़ा है और लगभग 44 जानवरो को आजाद कराया है। दरसल उमरिया पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू एवं पाली एसडीओपी एवं उमरिया एसडीओपी नागेंद्र सिंह को सूचना मिली थी की कोतमा से शहडोल पाली उमरिया होते हुए जानवरो का दो डी सी एम के माध्यम से तस्करी की जा रही है जिसके बाद पाली पुलिस ने यह बड़ी कार्यवाही करते हुए दो डी सी एम को पाली बाई पास के पास से जप्त कर लगभग 44 नग भैंसों को आजाद कर गौ शाला में सिफ्ट कराया है और डी सी एम चालक के ऊपर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्यवाही की है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के हिस्ट्री शीटर उत्तर प्रदेश के नरयनी सतना कटनी उमरिया पाली शहडोल के रास्ते गोवंश की तस्करी भी करते है और धर्म का चोला ओढे धर्म की रक्षा करने वाले लोग भी इस पशु तस्करी गोरख धंधे में शामिल है
सूत्रों के हवाले से यहां तक जानकारी मिल रही है कि इस पशु तस्करी का गोरख धंधा कोतमा से होकर छत्तीसगढ़ के रास्ते बंगाल की ओर भी किया जाता है। "ऐसा नहीं है कि इस पशु तस्करी के गोरख धंधे की जानकारी संभाग के अधिकारियों को भी है परंतु हिस्ट्री सीटरो पर कार्यवाही करने से हमेशा ही बचते नजर आ रहे हैं बताया जाता है कि इस धंधे में कोतमा से लेकर कटनी होते हुए कानपुर तक के जितने भी संबंधित थाना पढ़ते हैं उसकी उगाही भी हर जिले के अलग-अलग इनके चहेतो के द्वारा की जाती है और मोटी रकम वसूल कर पुलिस का हिस्सा भी दिया जाता है।" इस पशु तस्करी के धंधे में "संलग्न पायलटिंग वाहन आगे चलकर संबंधित वाहन के ड्राइवर एवं मोटर मालिकों को हर लोकेशन से अवगत कराते हैं, ताकि इस पशु तस्करी के खेल में किसी प्रकार का रोडा न अटके और यह खेल हमेशा चलता रहे।"
यहां तक की सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि इस गोरख धंधे में कोतमा से लेकर कानपुर तक के लिए जो सफर तय किया जाता है। उसमें करीब 500लोगों की संलग्न होने की संभावना जताई जा रही है। बरहाल जिस प्रकार से उमरिया पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पाली पुलिस ने यह कार्रवाई की है काबिले तारीफ है वहीं अब इस गोरख धंधे में शामिल लोगों के मोबाइल की लोकेशन से ही पता चल पाएगा कि इस गोरख धंधे में कितने लोग शामिल हैं निश्चित तौर पर अवैध पशु तस्करी करने वालों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई होनी चाहिए ताकि इस गोरख धंधे पर लगाम लग सके।
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