मध्यप्रदेश के 19 वे नए मुख्यमंत्री मोहन यादव बने, शिवराज ने ही मोहन यादव के नाम का दिया प्रस्ताव
भोपाल (bmp)। मध्यप्रदेश से अब शिवराज सिंह चौहान की जगह नए मुख्यमंत्री के रूप में उज्जैन के दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक और पूर्व सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे मोहन यादव को मध्यप्रदेश की कमान सौंपी गई है। लेकिन सबसे अहम यह कि नए मुख्यमंत्री बने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव स्वयं शिवराज सिंह चौहान ने दिया है। इसके बाद समस्त विधायकों ने सहमति जताकर समर्थन किया है। मध्य प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के रूप में मोहन यादव का नाम किसी चौंकाने वाले से कम नहीं है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी में सब कुछ संभव है। इसके लिए जहां कई बड़े चेहरों के नाम कम रेस की दौड़ में शामिल थे। लेकिन मोहन यादव का नाम आने से पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई है।
नए मुख्यमंत्री मोहन यादव मध्य प्रदेश में तीन बार से विधायक हैं इसके पहले की शिवराज सरकार में वह उच्च शिक्षा मंत्री भी रहे हैं। उज्जैन के दक्षिण विधानसभा सीट से लगातार तीन बार से विधायक रहे मोहन यादव अब मध्य प्रदेश के नए कप्तान के रूप में घोषणा की जा चुकी है। भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व के द्वारा मोहन यादव के नाम का चयन कर विधायक दल की बैठक में नाम का ऐलान किया गया, जिसमें स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव दिया इसके बाद विधायक दल ने सर्वसम्मति से मोहन यादव के नाम पर सहमति जताई है। इसके बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्यपाल के पास जाकर इस्तीफा सौंपेंगे। इसके बाद नए मुख्यमंत्री के रूप में मोहन यादव राज भवन पहुंचकर राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
नए मुख्यमंत्री मोहन यादव पहली बार सन 2013 में उज्जैन के दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे, इसके बाद सन 2018 में भी विधायक चुने गए थे और 2019 में फिर से बनी शिवराज सरकार के दौरान वह उच्च शिक्षा मंत्री बनाए गए थे। इसके पहले वह संगठन के कई महत्वपूर्ण दायित्व में रहे हैं। मोहन यादव अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के समय से यानी छात्र जीवन से ही राजनीति में रहे हैं। इस दौरान वह संगठन के कई महत्वपूर्ण पदों और कई निगम मंडलों के अध्यक्ष रहे हैं।
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