स्कूल नही लगाये, हम परीक्षा मा का लिखब...?, नवसाक्षर की परीक्षा देगें बुजुर्ग
नव साक्षरता कार्यक्रम के तहत अप्रैल 2022 से शुरू करनी थी क्लास
उमरिया। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नव साक्षरता कार्यक्रम के तहत प्रदेश भर के ऐसे लोग जो पढ़ नहीं पाये और अब उनकी ललक है कि हम पढ़ना चाहते हैं को लेकर सरकार ने जिला शिक्षा केन्द्र के माध्यम से बुजुर्गों और 15 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को चिन्हित कर उन्हें बुनियादी शिक्षा से जोड़ना था, यह कार्यक्रम पिछले अप्रैल 2022 से शुरू होकर मार्च 2023 में खत्म होना था, इसके तहत स्कूलों में बच्चों की तरह ही इन बुजुर्गों की पढ़ाई कराई जाती, लेकिन ऐसा नही हो सका और सरकार की मंशा पर पानी फिर गया, अब जिला शिक्षा केन्द्र ने हाल ही एक घोषणा कर दी है कि नवसाक्षर परीक्षा 19 मार्च को होगी जिसमें बुजुर्ग सम्मलित होगें। हालांकि अब वही बुजुर्ग यह भी कह रहे हैं कि हमने कभी स्कूल नही देखी और जब सरकार पढ़ाना चाह रही है तो स्कूल ही नही लग सकी अब मास्टर जी कहते हैं 19 मार्च को परीक्षा में बैठना है, हम क्या लिखेगें और क्या पढ़ेगें समझ नही आ रहा है।
करकेली में हो गई बैठक
सरकारी निर्देश के बाद हरकत में आया जिला शिक्षा केन्द्र वैसे तो सुस्त है, लेकिन इस बार इन परीक्षा में लगने वाली सामग्री को क्रय करना है और परीक्षा दिलवानी है, जिसके लिए आनन- फानन में बैठक का आयोजन कर लिया गया और सबसे पहली बैठक करकेली बीआरसी के नेतृत्व में संपन्न हुई, जिसमें बताया गया कि किस प्रकार से बिना स्कूल लगाये और बिना बुजुर्गों को पढ़ाये हम परीक्षा में उन्हें बैठायेगें और परीक्षा लेगें। हालांकि उमरिया जिले का भगवान ही मालिक है, यहां करोड़ों रुपये इधर उधर हो जाते हैं, फर्जी नियुक्तियां हो जाती हैं, जिसकी शिकायत होने के बाद भी जिला प्रशासन मूक दर्शक बना बैठा रहता है, इस बार भी यही होना है, बिना स्कूल संचालित किये और बुजुर्गों को बगैर पढ़ाये ही परीक्षा में बैठाने की तैयारी पूरी हो चुकी है।
What's Your Reaction?