हरे-भरे पेड़ों के बीच दोना-पत्तल में बच्चों ने किया भोजन, अमोलखोह में सम्पन्न हुआ अनुभूति कार्यक्रम
उमरिया। हरे-भरे पेड़ों के बीच जमीन में बैठकर सैकड़ों छात्रों ने दोना पत्तल में भोजन किया,इस अवसर पर छात्र रोमांचित और उत्साही दिखे।दरअसल वन परिक्षेत्र नोरोजाबाद अंतर्गत अमोलखोह में अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया,इस कार्यक्रम में शासकीय विद्यालय घुलघुली के करीब 126 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस मौके पर बच्चों को नेचर ट्रेल पक्षी के दर्शन कराए गए और बाघ की महत्ता को समझाया।
अनुभूति कार्यक्रम में प्लास्टिक सामग्री पूर्णतः प्रतिबंधित रही।खास बात ये थी कि विज्ञापन सामग्री भी प्राकृतिक सामग्री से निर्मित की गई थी।प्रकृति प्रेमी बच्चों के संतुलन में । प्रकृति प्रेमी बच्चों को इस मौके पर वैद्य महेंद्र साहू ने ऊमर,जामुन,कहुवा एवम वनस्पति की उपयोगिता बताई। ।
प्रकृति हमारी धरोहर है-डीएफओ
अनुभूति कार्यक्रम में शामिल हुए डीएफओ विवेक सिंह ने उपस्थित बच्चों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि प्रकृति हमारी धरोहर है,हम सबको मिलकर इसकी सुरक्षा करने की आवश्यकता है।एसडीओ उमरिया कुलदीप त्रिपाठी ने बच्चों को प्रकृति से जुड़े रहने की नसीहत दी और इको पर्यटन प्रदेश के वन वन्यप्राणी एवम पर्यावरण संरक्षण में जनजागरूकता का महत्व बताया। कार्यक्रम में वन परिक्षेत्राधिकारी पीयूष त्रिपाठी के अलावा वन पाल नंद लाल चौधरी, वन रक्षक किशन लाल नंदा, अमित सिंह, मेघराज सिंह, अजय सिंह के साथ प्रेरको की भूमिका सराहनीय रही। अनुभूति कार्यक्रम के इस कुदरती माहौल में बच्चों ने ड्राइंग, क्विज़ एवम स्पीच प्रतियोगिता में हिस्सा भी लिया, कार्यक्रम उपरांत बच्चों ने फीड बैक भी दिया और कार्यक्रम की प्रशंसा भी की।
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