फायलेरिया बीमारी के उन्मूलन में घर-घर पहुंचेंगे स्वास्थ्यकर्मी
हालिया जांच में 01 फीसदी लोगों में फायलेरिया के सिम्टम
10 फरवरी से 15 दिवसीय अभियान प्रारम्भ
उमरिया। फायलेरिया बीमारी के उन्मूलन करने सामूहिक दवा सेवन अभियान प्रारम्भ किया जा रहा है,अभियान को लेकर जिला अस्पताल में प्रेस वार्ता आयोजित की गई, इस अवसर पर डॉ वीएस चंदेल, जिला मलेरिया सलाहकार रवि साहू एवम पर्यवेक्षक भोपाल राजेश वर्मा मौजूद रहे।
प्रेस वार्ता में डॉ वीएस चंदेल ने बताया कि फायलेरिया (हाथीपांव) की रोकथाम के लिए 10 फरवरी से 25 फरवरी तक पूरे जिले में आइवरमेंक्टिंन, डीईसी एवम एल्बेंडाजोल की गोली का सेवन कराया जाना है। इन 15 दिनों में 10 से 14 फरवरी तक शैक्षिक संस्थाओं, 15 से 21 फरवरी स्वास्थ्य कार्यकर्ता डोरटूडोर पहुंचेंगे, इसके अलावा 22 से 25 फरवरी उन लोगो को दवा देना है, जो अभियान के बीच मे छूट गए है। उन्होंने बताया कि गर्भवती माताओं, अत्यधिक वृद्ध,गम्भीर रोगों से पीड़ित व्यक्ति को गोली नही देना है। उन्होंने बताया कि जिन लोगो को माइक्रो फायलेरिया के कीटाणु होते है, उन लोगो मे गोली खाने के बाद सरदर्द, बदनदर्द, पेटदर्द, उल्टी इत्यादि अनुषंगी प्रभाव हो सकते है, पर इससे घबराना नही है, प्रतिकूल प्रभाव क्षणिक होता है। जिला मलेरिया सलाहकार रवि साहू ने कहा कि ज़रूरी नही है कि फाइलेरिया के लक्षण लक्षित हो, फायलेरिया किसी को भी कभी भी हो सकता है, इसलिए जरूरी है कि फायलेरिया दवा खुद खाये और लोगो को गोली खाने जागरूक करे। भोपाल से आये राजेश वर्मा ने भी फायलेरिया के लक्षणों को बताते हुवे अनिवार्य रूप से गोली खाने की बात कही, और कहा कि फायलेरिया बीमारी की जांच रात 8 बजे से 12 बजे तक जिला मलेरिया कार्यालय में निःशुल्क की जाती है, फायलेरिया बीमारी के लक्षित होने पर जांच ज़रूर कराये।
आपको बता दे जिले में करीब 55 मरीज ऐसे है, जिन की फायलेरिया जांच पोसिटिव है, उन्हें परस्पर दवाएं दी जा रही है, इसके अलावा अभी हाल में स्वास्थ्य विभाग ने 2400 नई जांच की थी, इनमें करीब 22 नए मरीज लक्षित हुए है।
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