बच्चों को दूषित भोजन परोसने के मामले में हटाई गई हॉस्टल की वार्डन
उमरिया। अभी हाल ही में अखबारों और मीडिया में सुर्खियां बने नेताजी सुभाष चंद्र बोस हॉस्टल में दूषित भोजन परोसने और बच्चों के द्वारा भोजन को खाने के बाद बीमार होने की खबर सुर्खियों में रही। इस प्रकार की लापरवाही को देखते हुए हॉस्टल की वार्डन को हटा दिया गया है। कलेक्टर के निर्देश पर डीपीसी के द्वारा यह कार्यवाही की गई है।
दरअसल मामले में नेताजी सुभाष चंद्र बोस में पदस्थ वार्डन श्रीमती नीलमणि उपाध्याय को मामले में दोषी पाते हुए हॉस्टल से हटा दिया गया है। वार्डन के द्वारा जिस कदर मामले में लापरवाही पूर्ण रवैया बढ़ाते हुए खाने में छिपकली गिरने के बाद इस भोजन को बच्चों को भरोसा गया, जिससे लगभग 24 बच्चे बीमार हो गए थे, जिसके लिए उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। इलाज उपरांत सभी बच्चे स्वस्थ होकर वापस छात्रावास लौट चुके हैं, लेकिन इस मामले में प्रथम दृष्टया दोषी और मामले को छिपाने अपने बयानों में विरोधाभास के कारण एक बात तो स्पष्ट हो चुकी थी कि छात्रावास की अधीक्षक श्रीमती नीलमणि उपाध्याय की कहीं ना कहीं लापरवाही उजागर हुई है, जिसके चलते जिले के कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन के निर्देश पर डीपीसी उमरिया के द्वारा वार्डन को छात्रावास से हटाने की कार्यवाही की गई है।
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