तन और मन दोनों की स्वस्थता आनंदमय जीवन जीने का सूत्र है - डॉ. व्ही. एस चंदेल
केन्द्रीय विद्यालय में अमृत महोत्सव के अंतर्गत हुआ कार्यक्रम
उमरिया। आज केन्द्रीय विद्यालय उमरिया में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्वस्थ मन स्वस्थ तन अभियान जिला चिकित्सालय स्वास्थ्य इकाई द्वारा आयोजित किया गया। विद्यालय के प्राचार्य प्रफुल्ल शर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सालय से मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर व्ही. एस. चंदेल अपने दल के साथ विद्यालय में उपस्थित हुए । डॉक्टर व्ही एस चंदेल ने मानसिक स्वास्थ्य के विभिन्न आयामों से विद्यार्थियों को अवगत कराया तथा मन को एकाग्र रखने के बिंदुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ. चंदेल ने बताया कि स्वस्थ और तंदरुस्त रहना हमारे दैनिक कार्यों को पूरा करने में मदद करता है। स्वस्थ्य रहने का अर्थ रोग रहित तन का होना ही नहीं, बल्कि तनावमुक्त मन का होना भी है। यदि एक व्यक्ति अस्वस्थ मन रखता है, तो वह अपने शरीर को स्वस्थ नहीं रख सकता है। शरीर और मन दोनों की स्वस्थता जीवन में सफलता के साथ आनंदमय जीवन जीने का सूत्र है।
सुश्री नम्रता मिश्रा ने विभिन्न मानसिक बीमारियों के लक्षण उनकी पहचान एवं बीमारियों की स्थिति में प्रभावित व्यक्ति से किस प्रकार का व्यवहार किया जाए पर विस्तार से प्रकाश डाला। विनोद जवारकर एवं गौरी कुशवाहा ने मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम में विद्यालय के हरगोविंद सिंह वर्मा , राजेश चतुर्वेदी सहित विद्यालय के अध्यापक व छात्र - छात्राये उपस्थित रहे ।
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