निजीकरण के विरोध में दैनिक वेतन भोगी हड़ताल पर, द्वार प्रदाय, उपार्जन,भंडारण और मूंग खरीदी प्रभावित
उमरिया। निजीकरण के विरोध में एमपीडब्लूएलसी में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी जिला पंचायत स्थित बेयर हाउस में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ गए है। इनके हड़ताल पर जाने से इसका सीधा असर द्वार प्रदाय योजना, उपार्जन, भंडारण सहित मूंग खरीदी पर होगा।
विदित हो कि जिले में उमरिया-मानपुर सहित करींब 45 दैनिक वेतन भोगी (श्रमिक लाल बाउचर)बेयर हाउस में कार्यरत है, इन सभी को करींब 8 से 9 हजार की कलेक्टर रेट पर वेतन मिल रही थी, बताया जाता है कि विभाग किसी गुजरात प्रदेश की निजी कम्पनी आरबी प्राइवेट लिमिटेड को ठेके पर कार्य दे दिया है। हड़ताली वेतन भोगियों का मानना है कि निजीकरण से बेयर हाउस में 2007 से काम कर रहे हम सभी वेतन भोगी बेरोजगार हो जाएंगे। पीड़ित वेतन भोगियों ने कलेक्टर से भी अपनी शिकायत की है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में बेयर हाउस में काम कर रहे ऐसे वेतन भोगियों की तादात 3600 के पार है, इनमें करींब 45 जिले के अलग अलग बेयर हाउस में पदस्त है। पीड़ित वेतन भोगियों का यह भी कहना है कि सम्मानीय न्यायालय ने नियमितीकरण का आदेश पूर्व के वर्षों में दिया था, परन्तु शासन स्तर से कोई कार्यवाही नही की गई, अब विभाग के कार्य को निजी कम्पनी के हाथों सौंपकर हम सभी को बेरोजगार किया जा रहा, जो उचित नही है, जिन कारणों से मजबूरन हम सभी पीड़ित दैनिक वेतन भोगी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर गए है।
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