खतरे की आशंका में पठारी, बड़खेड़ा गांव खाली करा सकता है प्रशासन
मछुआरों ने मछली की लालच में निकासी द्वार पर लगाया जाल, जलाशय भराव से सीपेज की आशंका
उमरिया। घोघरी जलाशय में ओवर फ्लो बंद होने की वजह से सीपेज होने की बात सामने आ रही थी,जिन कारणों से प्रशासन हाईअलर्ट पर है,देर रात कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव,एसडीएम नेहा सोनी,कार्यपालन यंत्री जल संसाधन बीके सिंह सहित जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुचे है और जलाशय का निरीक्षण कर रहे है।
दरअसल जलाशय में मछुआरों ने निकासी द्वार पर मछली को जलाशय में ही रोकने जाल लगा दिया था, जिससे ओवरफ्लो लाइन पूर्णतः बंद हो गई थी, जिन कारणों से भारी बारिश के दौरान सीपेज की बात सामने आई और प्रशासन हाई अलर्ट पर आया है, बताया जाता है कि इस घटना की जानकारी लगते ही सम्बंधित जल संसाधन विभाग ने आनन-फानन में मछुआरों द्वारा लगाए गए जाल को तत्काल हटाया है, जिससे तेजी से ओवरफ्लो पानी निकासी द्वार से बाहर निकला है, परन्तु इस पूरे मामले में जिला प्रशासन कोई भी रिस्क लेने को तैयार नही है, विभागीय उच्च अधिकारियों से इस सम्बन्ध में टेक्निकल राय ली जा रही है, जिसके बाद ही कुछ फैसला लिया जा सकेगा।जानकारों की माने तो जलाशय में पानी के भराव की स्थिति देखते हुए एक और निकासी द्वार विकसित करने का फैसला प्रशासन ले सकता है, पर ये फैसला सहज नही है, शायद इसी वजह से जलाशय के करींब पठारी, बड़खेड़ा ग्राम को पूरी तरह खाली कराया जा सकता है।निकासी द्वार या जलाशय में कट मारने से निश्चित ही जलाशय का भराव कम होगा और खतरा भी टल सकेगा।
दरअसल 48 घण्टों के अधिक समय से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, ऐसी स्थिति में निकासी द्वार में बढोत्तरी नही करते है तो खतरे की आशंका बनी रहेगी, दूसरी ओर मौसम विभाग ने भी अलर्ट जारी किया हुआ है, जिससे बारिश बंद होने की कोई संभावना नही है। उल्लेखनीय है कि उक्त घोघरी जलाशय करींब 8 से 10 वर्ष पूर्व निर्मित हुआ था, इस जलाशय के निर्माण से समीपी गांव चेतगंज, निमहा, छीरपानी के सैकड़ो किसान लाभान्वित है।
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