64 वें अखिल भारतीय प्रसूति एवं स्त्री रोग अधिवेशन (AICOG 2022) का निवास से वीसी के माध्यम से वर्चुअली किया शुभारंभ
इन्दौर। इंदौर में हो रहे 64 वें अखिल भारतीय प्रसूति एवं स्त्री रोग अधिवेशन (AICOG 2022) का निवास से वीसी के माध्यम से वर्चुअली शुभारंभ कर विचार साझा किया। प्रदेश के जिलों में महिलाओं के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे। शिविरों में महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच और परीक्षण के बाद आवश्यक उपचार की व्यवस्था भी की जायेगी। प्रदेश की स्त्री रोग चिकित्सकों और विशेषज्ञों के साथ ही सभी चिकित्सकों को अपने दायित्व निर्वहन के लिए सुरक्षित वातावरण और परिवेश उपलब्ध है। यह आदर्श स्थिति बनी रहे, इस दिशा में भी संबंधित एजेंसियों को सक्रिय रखा जायेगा।
इंदौर में हो रहे इस पाँच दिवसीय स्त्री रोग विशेषज्ञ अधिवेशन में प्रस्तुत शोध पत्रों के निष्कर्षों के अनुसार राज्य सरकार जरूरी प्रबंध भी करेगी। यह अधिवेशन इस दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है कि गत दो वर्ष में #COVID19 की वजह से गतिविधियां स्थगित थीं। मैं आशा करता हूं कि यह अधिवेशन स्त्री रोग विशेषज्ञों के तकनीकी कौशल, श्रेष्ठ नवाचारों और अनुभवों के परस्पर आदान-प्रदान के पश्चात महत्वपूर्ण निष्कर्ष सामने लाएगा। ग्रामीण महिलाओं के बेहतर उपचार के लिए अनुभवी चिकित्सकों और विशेषज्ञों के चिकित्सा सेवा से संबंधित अनुभवों के आदान-प्रदान और निष्कर्ष उपयोगी सिद्ध होंगे। मध्यप्रदेश में शिशु और मातृ मृत्यु दर में काफी कमी आयी है, इसे और भी कम करने के प्रयासों को तेज किया जाएगा।
संस्थागत प्रसव वर्तमान में 92 प्रतिशत हो रहे हैं जो शत-प्रतिशत होने लगें, ऐसे प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा महिलाओं के अन्य रोगों के निराकरण के लिए भी व्यवस्थाओं को सशक्त किया जाएगा। चिकित्सा सेवा से जुड़े लोग परिश्रमी होते हैं, वे विपरीत परिस्थितियों में भी कार्य करते हैं। कोविड19 काल में चिकित्सकों ने सराहनीय सेवाएं दी हैं। चिकित्सक वर्ग के प्रति कई बार कुछ तत्व हिंसात्मक कार्यवाही करते हैं, ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। प्रदेश में डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट लागू है। चिकित्सकों के इस अधिकार की रक्षा के लिए सरकार कटिबद्ध है।
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