राष्ट्रीय कवि संगम का विंध्य महाकौशल अधिवेशन, काव्यगोष्ठी संस्कारधानी जबलपुर में संपन्न, शहडोल इकाई का दबदबा
शहडोल I राष्ट्रीय कवि संगम विंध्य महाकौशल का प्रांत अधिवेशन 19 मई 2024 दिन रविवार को संस्कारधानी (जबलपुर) के विजयाश्री आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज विजयनगर में सुबह 10 से 6 बजे तक सफलतापूर्वक संपन्न हुआ जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष संस्थापक जगदीश मित्तल, राष्ट्रीय महामंत्री अशोक बत्रा, राष्ट्रीय मंत्री विदेश प्रभारी सुदीप भोला, राष्ट्रीय मंत्री सुमित ओरछा, विंध्य प्रांत अध्यक्ष दीपेन्द्र पाण्डेय भी मंचासीन रहे।
इस अधिवेशन में विशिष्ट सानिध्य परम् पूज्य स्वामी श्री राघव देवाचार्य जी महाराज का रहा जिन्होंने अपने वक्तव्य में सनातन धर्म एवं संस्कृति को साहित्य के माध्यम से संजोकर रखने की बात कही एवं समस्त साहित्यकारों को आशिर्वचन प्रदान किए तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ राजेश स्थापक जी ने की जो विजयाश्री आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के संस्थापक हैं और अपने स्टाफ के साथ पूर्णतया सहयोग किया। इस अधिवेशन में जिलाध्यक्ष श्रीमती अंजू सिंह बघेल जी की अगुवाई में महामंत्री पदम् बेसुरा, मीडिया प्रमुख अनिल प्रभात शुक्ल मधुर, श्रीमती छाया गुप्ता "राज़", श्रीमती संगीता शुक्ला, चक्रधर सिंह, अभिषेक श्रीवास्तव शिवा, शिवनारायण त्रिपाठी एवं नवनीत शर्मा की उपस्थिति रही। राष्ट्रीय कवि संगम विंध्य प्रांत के महामंत्री मृगेंद्र कुमार श्रीवास्तव जी ने सभी प्रतिभागियों को उनकी सफलताओं हेतु शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।
समस्त मंचासीन पदाधिकारियों एवं अतिथियों द्वारा माँ वीणापाणि एवं भारत माँ की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया गया एवं सभी 22 जिलों से आए कवि कवियित्रियों का स्वागत चंदन वंदन कर किया गया। मंचासीन पदाधिकारियों अतिथियों द्वारा राष्ट्रीय कवि संगम का मूल उद्देश्य लेकर आये हुए कवियों को संबोधित किया गया एवं आगे की रूपरेखा भी प्रस्तुत की गई साथ ही अपनी वीर और हास्य रचनाओं की प्रस्तुति देकर श्रोताओं का मनोरंजन भी किया गया तत्पश्चात् कुछ नवांकुर कवियों को अपनी रचनाओं की प्रस्तुति करने का अवसर भी प्रदान किया गया जैसा कि राष्ट्रीय कवि संगम का एक उद्देश्य नई पीढ़ी को अवसर प्रदान करना है।
इसके पश्चात भोजन काल में समस्त कवि कवयित्रियों, पदाधिकारियों ने साथ में भोजन किया तथा भोजनकाल के बाद महाकौशल प्रांत क्षेत्र से आए हुए समस्त रचनाकारों ने अपनी राष्ट्रप्रेम, श्रृंगार, वीर एवं विविध रसों से सुसज्जित रचनाओं की प्रस्तुतियां दीं साथ ही शहडोल इकाई के कवि कवयित्रियों ने भी अपनी प्रस्तुतियों से श्रोताजनों की भरपूर तालियाँ बटोरीं और मंचासीनों ने सबका शॉल पहनाकर एवं सरयू माँ का पावन जल प्रदान कर मंच पर सम्मानित कर प्रोत्साहित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संस्थापक श्री जगदीश मित्तल जी ने बालक कवि एवं पालक कवि की अवधारणा को प्रस्तुत किया ताकि नवांकुरों का भविष्य तथा राष्ट्रीय कवि संगम के उद्देश्य को पूरा किया जा सके, साथ ही कई प्रांतीय पदाधिकारियों की घोषणा भी की।
कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार प्रदर्शन ओजकवि राष्ट्रीय मंत्री सुमित ओरछा जी ने किया। अंत में जबलपुर के एक उत्कृष्ट एफएम चैनल 89.6 ने शहडोल इकाई के लगभग समस्त कवि कवयित्रियों के विचारों एवं कविताओं को रिकार्ड किया और एक सूचना के उपरांत निश्चित समय पर इसे रिलीज करने की बात कही यह राष्ट्रीय कवि संगम शहडोल इकाई हेतु अत्यंत सौभाग्य की बात है। जैसा कि विशिष्ट दिवसों, जयन्तियों, पुण्यतिथियों एवं त्योहारों में शहडोल इकाई अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए विभिन्न काव्यगोष्ठी एवं कार्यक्रम संपन्न करती रहती है उसी तारतम्य में आगे भी नवांकुरों को आगे अवसर प्रदान करते हुए 'राष्ट्र जागरण धर्म हमारा' के उद्देश्य को पूर्ण करती रहेगी। शहडोल इकाई के कवि कवयित्रियों को कई वरिष्ठ और स्टार कवियों का भी स्नेहाशीष प्राप्त हुआ।
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