महुआ बीन रहे ग्रामीण पर बाघ ने किया हमला
उमरिया I मानपुर विधानसभा मुख्यालय स्थित विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क से लगे ग्राम खोली (डोडका) निवासी युवक रामदास पिता लल्ला सिंह गोंड निवासी उम्र 42 वर्ष जो गांव से लगे जंगल सीमा क्षेत्र में महुआ बीन रहा था, तभी घात लगाए बैठे बाघ ने उस पर अचानक जानलेवा हमला कर दिया।
सूत्रों की माने तो जंगल सीमा क्षेत्र में महुआ बीन रहे ग्रामीणों के बीच पहले एक विशालकाय सुवर आया जिससे वह सचेत हो गए और मिल जुल कर उक्त जंगली सुवर को मौके से खदेड़ दिए जिसके बाद देखते ही देखते पास में ही मौजूद नाले से एक बाघ निकल कर आ गया जो पहले एक युवक के ऊपर हमला करने की नियत से दौड़ा लेकिन युवक पहले से ही सचेत था जिसके द्वारा जोर जोर से हल्ला किया जाने लगा तो बाघ उसके पास तक तो पहुंच गया फिर देखा की उसके पीछे अन्य लोग आ गए हैं तो वह पास में ही मौजूद झाड़ियों में छिप गया, वहीं खतरा महसूस करते हुए बाघ को मौके से खदेड़ने के लिए जंगल में महुआ बीनने वालों की भीड़ एकत्रित हुई और बाघ को मौके से खदेड़ा जाने लगा वहीं मौके से भाग रहे बाघ के रास्ते में राम दास फंस गया जिसके ऊपर बाघ ने हमला बोल दिया।
उक्त हमले से युवक घबरा गया लेकिन साहस कम नही होने दिया जैसे जैसे बाघ द्वारा उसे जमीन पर गिराने के लिए पंजा मारा जा रहा था उसी तरह वह भी अपने हाथों से उसके हमले का लगातार जबाब देता गया और जोर जोर से हल्ला गोहर भी करता गया वहीं आस पास अन्य साथी भी मौजूद थे जो बिना समय लगाए तत्काल मौके पर आ गए और कहा "तुम हो सिंह तो हम भी हैं सिंह" फिर क्या अपने साथी को बचाने के लिए लाठी डंडों से बाघ के ऊपर ही हमला बोल दिया वहीं बाजी पलट गई और अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हुए बाघ ने मौके से भागना उचित समझा जिसके बाद वह युवक को गंभीर रूप से घायल कर मौके से जंगल की ओर भाग निकला वहीं बाघ के द्वारा युवक के ऊपर किए गए हमले से युवक के माथे समेत कंधे वा सीने में गई गंभीर जख्म देखने को मिले जिसके बाद लोगों ने तत्काल घटना की जानकारी वन विभाग को देते हुए परिजनों द्वारा मोटर साइकल से ही घायल को समुचित इलाज हेतु मानपुर स्वस्थ केंद्र पहुंचाया गया जहां डाक्टरों की टीम ने तत्काल घायल का इलाज सुरु किया जिसे अब खतरे से बाहर बताया गया है वहीं मानपुर रेंजर अस्पताल परिसर पहुंच घायल से मुलाकात कर उसके हाल चाल जाने साथ ही सहयोग स्वरूप उसे एक हजार रुपए नगद देकर उसका संपूर्ण इलाज कराने का अस्वाशन दिया।
मिली जानकारी अनुसार घटना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर बफर जोन अंतर्गत बीट बडखेरा कम्पार्टमेंट नंबर आर एफ तीन सौ बत्तीस स्थान चिरहा नाला बताया जा रहा है जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी अनुसार बाघ घटना को अंजाम देने के बाद वहीं पास में ही मौजूद नाले में जा कर आराम करने लगा था जिसके बाद वन अमले ने हाथियों के सहारे बाघ को जंगल की तरफ खदेड़ दिया गया था साथ ही महुआ बीनने वाले ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा गया है।
इनका कहना है -
हमारी टीम लगातार ग्रामीणों को जागरूक करने में पूरी तरह लगी हुई है जिसके बाद भी ऐसी घटनाओं से सामना करना पड़ रहा है घटना की जानकारी लगते ही हमारी टीम घटना स्थल के लिए रवाना हों गई थी जहां बाघ को सर्च करने के बाद मौके से हाथियों के माध्यम से जंगल की तरफ खदेड़ दिया गया है। - मुकेश कुमार अहिरवार, वनपरिक्षेत्र अधिकारी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व बफर मानपुर.
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