अवैध खदान के अघोषित ठेकेदार रेत माफिया को बचा रहा प्रशासन...?

Nov 29, 2023 - 12:48
Nov 29, 2023 - 21:13
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अवैध खदान के अघोषित ठेकेदार रेत माफिया  को बचा रहा प्रशासन...?

सवाल...आखिर किसके संरक्षण में बढ़ा रेत कारोबारियों का मनोबल, पटवारी की हत्या की वारदात को दिया अंजाम महीनो से चल रहा था अवैध रेत का कारोबार, क्या था तहसीलदार और नायब का रेत से सरोकार पुलिसिया वसूली की ओर सुई घुमा क्या कथित माफिया और संलिप्त अधिकारियों को बचा रहा प्रशासन...!   

शहडोल।  जिले के ब्योहारी  के विभिन्न घाटों पर अलग-अलग माफिया दलों का कब्जा है पर कुछ माफिया ऐसे हैं जिनकी हर घाट पर माफिया गिरी चलती है जिनमें से एक नाम डेबिड भी है हालांकि डेबिट के अलावा संजय शिबू दीपू जैसे कई और नाम भी है लेकिन इन सब का आका माना जाने वाले डेबिड की माफिया गिरी इन दोनों उफान पर है।  माना जाता है कि ब्योहारी के विभिन्न अवैध खदानों में डेबिड के अनुमति के बिना सुनहरी रेत का एक कड़ भी नहीं हिलता...पड़ोसी जिले से टूटी स्कार्पियो लेकर शहडोल पहुंचे कथित दादाभाई ने इलाहाबाद और रीवा जाने वाले हाइवा की दलाली से काम प्रारंभ किया था और फिर देखते ही देखते ब्योहारी के तमाम माफियाओं के बेताज बादशाह बन बैठे। एक अदने से  ट्रैक्टर चालक की इतनी हिम्मत कि वह प्रशासनिक व्यक्ति पर गाड़ी चढ़ा दे हत्या कर दे यह सुनने में बहुत ही अटपटा लगता है जब तक कि उसे किसी दबंग का संरक्षण ना मिला हो.. यह जांच का विषय है कि उक्त घाट का संचालन कि दबंग माफिया द्वारा कराया जा रहा था रीवा और उत्तर प्रदेश की गाड़ियां कौन घाट तक लग रहा था कहने को तो प्रति गाड़ी की वसूली हो रही थी लेकिन बड़ी गाड़ियों और घाट का अघोषित ठेकेदार कौन था यह जांच का विषय है। तो वहीं हत्या के बाद वायरल ऑडियो की माने तो  स्थानीय नेता द्वारा प्रति गाड़ी वसूली की जाती थी लेकिन खदान का संचालन किस दबंग माफिया द्वारा किया जा रहा था यह अभी पिक्चर से बाहर रखा गया है। 

          सांप निकलने के बाद लाठी पीटने की तर्ज पर प्रशासन ट्रैक्टर चालकों पर कार्यवाही कर रहा है किंतु स्थानीय प्रशासन के व्यवस्था में समाहित माफिया जिनके चर्चे है की वो महीनों से प्रतिमाह प्रति ट्रिप की वसूली को लेकर चर्चे में थे, पर कार्यवाही करने से प्रशासन को गुरेज नजर आ रहा है, तो वही  चूटपुट ट्रैक्टर चालकों तक ही कार्यवाही सीमित रह जाएगी जबकि ब्योहारी के नामचीन माफिया डेविड और उसके साथ ही जिसके इशारे पर विभिन्न अवैध घाट ब्योहारी क्षेत्र में संचालित हैं पर कार्यवाही पर पसीना छूट रहा है। मामले में तहसीलदार  और राजस्व अमले की क्या भूमिका थी यह जांच का विषय है लेकिन बताया जा रहा की शक की सुई बार बार पुलिस की ओर घुमा कर स्थानीय अधिकारी अपना पल्ला झाड़ रहे हैं । यही नहीं चर्चाओं की माने तो मामले में लीपापोती कर जिला प्रशासन के अधिकारी खुद को और अपने अधीनस्थ स्टाफ सहित बड़े माफिया जिनके अधिकारियों से डायरेक्ट संबंध थे उन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है। तो वही इस संबंध में पटवारी संघ ने ज्ञापन सौंप कर स्थानीय प्रशासन और जिला प्रशासन के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाए हैं कि बिना सुरक्षा के पुख्ता इंतेजामत आखिर क्यों पटवारी के दल को मौके पर भेजा गया। तो दूसरी ओर गिरफ्तार आरोपी शुभम विश्वकर्मा ट्रैक्टर चालक के परिजनों ने भी पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर आरोप लगाया है कि मुख्य रसूखदार आरोपियों को बचाने पुलिस गरीब चालक को दोषी बना रही है।

पटवारियों ने सौंपा  ज्ञापन 

          भूतपूर्व सैनिक दिवंगत पटवारी प्रसन्न सिंह की मौत के बाद मध्यप्रदेश पटवारी संघ जिला इकाई शहडोल ने कलेक्टर शहडोल के माध्यम से राज्यपाल मध्यप्रदेश के नाम ज्ञापन सौपा गया। जिलाध्यक्ष सत्य नारायण मिश्रा ने बताया कि दिवंगत पटवारी प्रसन्न सिंह पिता महेंद्र प्रताप सिंह पटवारी हल्का खड्डा तहसील ब्योहारी जिला शहडोल के साथ 25 नवंबर की देर रात रेत माफियाओं द्वारा हमला कर निर्मम हत्या कर दी गई थी। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि 25 नवंबर की रात 11 बजे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ब्योहारी नरेंद्र सिंह धुर्वे द्वारा प्रसन्न सिंह के साथ अन्य तीन पटवारी कल्याण सिंह, वीरेश पाठक एवं कामतानाथ मिश्रा को तहसीलदार द्वारा आवंटित शासकीय वाहन बोलेरो से गोपालपुर रेत के अवैध उत्खनन को रोकने तथा निगरानी के लिए भेजा गया था।  अधिकारियों द्वारा बिना किसी पुलिस सुरक्षा के पटवारी को कैसे अवैध रेत के खदान में भेजा गया यह जांच का विषय है। अधिकारियों द्वारा पटवारी की सुरक्षा में अत्यंत लापरवाही बढ़ती गई जिसका परिणाम यह हुआ कि चारों पटवारी के पहुंचते ही रेत माफिया द्वारा संगठित एवं संयोजित तरीके से पटवारी पर हमला कर दिया गया। रेत माफिया द्वारा गोपालपुर स्थित अवैध रेत उत्खनन स्थल पर रात्रि 11रू50 में पटवारी प्रसन्न सिंह के ऊपर ट्रैक्टर चढ़कर निर्मम हत्या कर दी गई। जिसका मध्यप्रदेश पटवारी संघ जिला इकाई शहडोल विरोध करता है और साथ ही उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के द्वारा जांच की मांग करता है। साथ ही दिवंगत पटवारी प्रसन्न सिंह को शहीद का दर्जा देने एवं एक करोड रुपए की आर्थिक सहायता राशि दिवंगत के परिवार को देने व एक व्यक्ति को शासकीय नौकरी दिलाने की मांग करता है।

आरोपी के परिजनों ने भी सौंपा ज्ञापन 

          दूसरी और मंगलवार की दोपहर कथित वारदात के गिफ्तार मुख्य आरोपी  कथित ट्रैक्टर चालक शुभम विश्वकर्मा के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि पुलिस द्वारा जबरिया रसूखदार मुख्य आरोपियों को छोड़ते हुए गरीब वाहन चालक को दोषी बनाया गया है, साथ ही पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर ज्ञापन में उल्लेख किया कि आरोपी शुभम विश्वकर्मा के मोबाइल रिकॉर्ड और लोकेशन की छानबीन की जाए जिससे यह स्पष्ट हो कि वह मौके पर नहीं था जबरिया मामले को दबाने एवं मुख्य आरोपी को बचाने शुभम को आरोपी बनाया गया है, परिजनों के साथ पहुंचे अन्य लोगों ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि डेविड नाम का व्यक्ति बड़े पैमाने पर क्षेत्र से अवैध खनन करता है जिसे बचाने छोटे ट्रैक्टर चालकों की बलि दी जा रही है जबकि उसी के संरक्षण पर बड़े पैमाने पर रेत का अवैध खनन ब्यौहारी  के विभिन्न घाटों से हो रहा है। बड़े माफियाओं पर कार्यवाही कब ब्यौहारी अनुभाग क्षेत्रअंतर्गत लंबे समय से अवैध उत्खनन की षिकायते प्राप्त हो रही थी जिस पर अंततः प्रषासन ने मीडिया और जिला कांग्रेस कमेटी के दबाव पर कार्यवाही की जहमत उठाई लेकिन यह कार्यवाही ही महज कुछ हाईवा रेत की जप्ती तक सीमित रह गई जब की ब्यौहारी में डेविड जैसे बड़े माफिया के संरक्षण में विभिन्न घाटो से बड़े पैमाने में रेत निकाली जा रही थी लेकिन जिम्मेदार मूकदर्षक बने हुये थे।

          सूत्रो की माने तो कथित बड़े माफियाओं से जिला स्तर के अधिकारी स्थानीय अधिकारियों के माध्यम से बड़े पैमाने पर वसूली कर रहे थे यही कारण था की प्रषासन का भय कथित माफियाओं को समाप्त हो गया था और बढ़े हुये मनोबल ने ऐसे वारदात कों अंजाम दिया तो वहीं पटवारी संघ द्वारा सौपे ज्ञापन में भी जिला प्रषासन की कार्यषैली पर सवालिया निषान लगा दिया है।

 इनका कहना है-

          आरोपी के परिजनों द्वारा सौपे ज्ञापन की जॉच कराई जा रही है, मामले में जॉच जारी है आज भी दो आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है उल्लेखित बडे़ माफियाओं के संबंध मंे भी विवेचना के दौरान जो तथ्य आयेगें के आधार पर कार्यवाही की जायेगी।

           - सुश्री अंजुलता पटले,  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, शहडोल 

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