छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं बंद हुई शराब? सीएम भूपेश बघेल ने बताई सच्चाई
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में शराबंदी का आदेश ना देने को लेकर खुलकर बातचीत की है। उन्होंने बताया कि विपक्ष द्वारा कई बार शराब बंदी की मांग के बावजूद आखिर प्रदेश में शराब पर क्यों नहीं बैन लगाया गया। दरअसल, रविवार को सीएम बघेल रायपुर में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय पहुंचे और नशा मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के समय सभी दुकानें बंद थीं जिससे लोगों को शराब खरीदने में कठिनाई होने लगी थी। ऐसे में कई मामले सामने आए जब लोगों ने शराब ना मिलने पर सैनिटाइजर पी लिया और इससे उनकी मौत हो गई। सीएम बघेल ने कहा, ऐसी घटनाएं देख कर मेरी हिम्मत नहीं हुई की प्रदेश में शराब बंदी का आदेश दिया जाए। उन्होंने आगे कहा, मैं ऐसा कोई आदेश देना नहीं चाहता जिससे लोग दूसरे नशे के पदार्थों का सेवन कर अपनी जान जोखिम में डालें। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति के अलग अलग संस्थानों को आगे आना चाहिए और नशे के आदी लोगों को सही रास्ता दिखाना चाहिए।
गुड़ाखू को लेकर भी सीएम ने की बात- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में गुड़ाखू के चलन को लेकर भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि जब भी शराब बंदी की बात आती है महिलाएं सबसे पहले खुश होती हैं। सभाओं में सबसे पहले महिलाएं ही अपने दोनों हाथ ऊपर करती हैं लेकिन जब गुड़ाखू पर बैन लगाने की बात होती है तो वे चुप हो जाती हैं क्यों कि वे इस नशे का ज्यादा सेवन करती हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह का नशा शरीर के लिए अच्छा नहीं होता है इसलिए इसका त्याग करना चाहिए।
Source: online.
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