पानी पर चलकर सुर्खियों में आई महिला: मां नर्मदा की कथित अवतार महिला को पुलिस ने भेजा घर, कई दिनों से आशीर्वाद लेने पहुंच रहे थे लोग

Apr 9, 2023 - 10:58
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पानी पर चलकर सुर्खियों में आई महिला: मां नर्मदा की कथित अवतार महिला को पुलिस ने भेजा घर, कई दिनों से आशीर्वाद लेने पहुंच रहे थे लोग

जबलपुर। पानी पर चलने वाली कथित मां नर्मदा के नाम से चर्चा में आई महिला का बयान सामने आया है. जिसमें वो खुद कह रही है कि उन्हें कोई सिद्धि प्राप्त नहीं है, बल्कि वे एक साधारण परिक्रमावासी हैं जो एक साल पहले नर्मदा परिक्रमा के लिए निकली थीं. उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं. उनकी इच्छा थी कि वे पैदल नर्मदा परिक्रमा पूरी करें. जब उनसे पूछा गया कि वे किसी को दुआ दे दें तो उसकी बीमारी ठीक हो जाती है, तब महिला ने ऐसे किसी भी चमत्कार से इनकार कर दिया.

          दरअसल जबलपुर के झांसी घाट और शहपुरा के बीच में नदी किनारे चलते हुए किसी ने इनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया और लोगों ने इन्हें रेवा मां की उपाधि दे दी. वीडियो वायरल होते ही रेवा मां के पीछे हजारों भक्तों की भीड़ लग गई. झांसी घाट से शुरू हुई यात्रा जब जबलपुर के ग्वारीघाट पहुंची तो भीड़ को संभालने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करना पड़ी. फिर माताजी को पुलिस ने अपनी सुरक्षा में ले लिया. इसके साथ ही उनकी गुमशुदगी के आधार पर उन्हें जबलपुर से उनके घर नर्मदापुरम स्थित कल्लू खापा गांव भेज दिया गया है.

          दरअसल जबलपुर के झांसी घाट और शहपुरा के बीच में नदी किनारे चलते हुए किसी ने इनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया और लोगों ने इन्हें रेवा मां की उपाधि दे दी. वीडियो वायरल होते ही रेवा मां के पीछे हजारों भक्तों की भीड़ लग गई. झांसी घाट से शुरू हुई यात्रा जब जबलपुर के ग्वारीघाट पहुंची तो भीड़ को संभालने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करना पड़ी. फिर माताजी को पुलिस ने अपनी सुरक्षा में ले लिया. इसके साथ ही उनकी गुमशुदगी के आधार पर उन्हें जबलपुर से उनके घर नर्मदापुरम स्थित कल्लू खापा गांव भेज दिया गया है.

          दरअसल जबलपुर के झांसी घाट और शहपुरा के बीच में नदी किनारे चलते हुए किसी ने इनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया और लोगों ने इन्हें रेवा मां की उपाधि दे दी. वीडियो वायरल होते ही रेवा मां के पीछे हजारों भक्तों की भीड़ लग गई. झांसी घाट से शुरू हुई यात्रा जब जबलपुर के ग्वारीघाट पहुंची तो भीड़ को संभालने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करना पड़ी. फिर माताजी को पुलिस ने अपनी सुरक्षा में ले लिया. इसके साथ ही उनकी गुमशुदगी के आधार पर उन्हें जबलपुर से उनके घर नर्मदापुरम स्थित कल्लू खापा गांव भेज दिया गया है.

          हालांकि पुलिस तर्क दे सकती है कि वह व्यवस्था बनाने के लिए पहुंची थी, लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर पुलिस ने पिछले 10 दिनों से जानने की कोशिश क्यों नहीं की कि आखिर महिला कहां की है, कैसे आई, कब पहुंची और इसका उद्देश्य क्या है ? या फिर यह अंदाजा लगाया जाए कि पुलिस भी इस आस्था की डुबकी में अंधविश्वास की बैसाखी के सहारे वैतरणी पार करने की फिराक में है.

Source: online. 

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