PDS मामला: जांच में लीपापोती और गड़बड़ी पर विभाग सख्त
इंदौर, ग्वालियर-जबलपुर के बाद उमरिया भी दायरे में
उमरिया। गरीबों के राशन वितरण में अनियमितताओं के कारण विभाग ने भोपाल के 7 अधिकारियों पर निलंबन की गाज गिराई है, जिसके तहत पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया॥ राशन में गड़बड़ी की शिकायत उमरिया जिले में भी सैकड़ो बार देखने को मिली है, बाबजूद इसके शिकायत की जांच कर उसे रफादफा करने अधिकारी पीछे नही है, हाल ही में इसका सबसे बड़ा उदाहरण है धौरखोह सलैया व ताली राशन दुकान में दो पंचायत के बच्चों कै मिलने वाली मूंग ही कोटेदार ने हड़प ली थी, जिसकी शिकायत हुई और जांच भी हुई मगर कार्यवाही का कार्यक्रम कहां तक पहुंचा यह किसी को मालूम नही है॥ ऐसे कई मामले हैं जिन्हें वर्षों से खाद्य विभाग की कुर्सी पर बैठे अधिकारी अपनी जेब भरने जांच की आंच में पानी डालने पीछे नही है॥
इंदौर, ग्वालियर-जबलपुर के बाद उमरिया का नंबर
जानकारी है कि लंबे समय से हो रही राशन की कालाबजारी की शिकायत पर सीएम ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है, जिसको लेकर विभाग के प्रमुख सचिव ने सभी चिंन्हित जिलों के अधिकारियों की कुंडली एकत्र करने में लगे हुए है, जिसमें सबसे पहले भोपाल था जहां दोषियों और दोषियों की जांच रफादफा करने वाले जांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है, वहीं इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में बड़ी कार्यवाही के साथ उमरिया में गरीबों के राशन में बड़ी गड़बड़ी की शिकायत हुई है, जिसमें जिन अधिकारियों को जांच का जिम्मा सौंपा गया था उन्होंने सही जांच नही कर जिससे दोषी बच गये और गरीबों को न्याय नही मिल सका है, जिस पर खाद्य विभाग के प्रमुख सचिव इस मामले में स्वात: संज्ञान लेते हुए कार्यवाही कर सकते हैं॥
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