ओबीसी महासभा ने सौंपा तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन, कहा – नहीं मानी मांगे तो होगा मुख्यमंत्री निवास का घेराव

उमरिया। ओबीसी महासभा के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर महासभा अध्यक्ष बालक दास पटेल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मानपुर अनुविभागीय अधिकारी को केंद्र एवं राज्य सरकार के नाम तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जोरदार ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में जातिगत जनगणना, 27% आरक्षण की पूर्ण बहाली और सरकारी नौकरी में अटके ओबीसी अभ्यर्थियों की शीघ्र नियुक्ति की मांग प्रमुखता से उठाई गई। अध्यक्ष पटेल ने कहा कि यदि आगामी 15 दिनों के भीतर इन मांगों का संतोषजनक निराकरण नहीं हुआ तो प्रदेश की राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया जाएगा। *महासभा ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वर्ष 2025 में प्रस्तावित जनगणना के साथ-साथ जातिगत जनगणना कराई जाए ताकि ओबीसी वर्ग की वास्तविक स्थिति का आंकलन हो सके और नीति-निर्माण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो।
वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार से आग्रह किया गया है कि मध्यप्रदेश में ओबीसी वर्ग के लिए घोषित 27% आरक्षण को पूरी तरह से लागू किया जाए, और वर्तमान में सरकारी भर्तियों में होल्ड की स्थिति में पड़ी 13% आरक्षण की बाध्यता को समाप्त कर नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जाए।
इस अवसर पर महासभा के जिला उपाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश पटेल, मुकेश पटेल, उमाशंकर पटेल, प्रशांत पटेल, शिवप्रसाद कुशवाहा, शिवम कुशवाहा, दुर्गेश कुशवाहा, लाखन साहू, चंद्रभान पटेल सहित बड़ी संख्या में ओबीसी समाज के लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में सभी कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर संकल्प लिया कि यदि उनकी मांगे अनदेखी की गईं तो वे राज्यव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
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