श्री शिव महापुराण में चौथे दिन भोलेनाथ व माता पार्वती के विवाह की कथा सुनाई गई
उमरिया/घुलघुली। उमरिया जिले के अंतर्गत ग्राम पंचायत नरवार -जरहा के बीच शिखर के ऊपर विराजमान श्री सिद्ध महाराज जी मंदिर प्रांगण में चल रही शिव महापुराण कथा के चतुर्थ दिवस में वृंदावन से आए हुए परम पूज्य प्रदीप कृष्णा महाराज जी, ने शिव पार्वती की कथा सुनाई। महाराज जी ने भोलेनाथ व माता पार्वती के विवाह के शादी के बाद गगन विहार की कथा सुनाई। कथा सुनाते हुए महाराज जी ने कहा कि माता पार्वती ने हिमालय राजा के यहां पर अवतरित हुए थे, पार्वती जी बचपन से ही भगवान भोलेनाथ को मानती थी। इसलिए भोलेनाथ से माता पार्वती का शादी हुआ। उन्होंने कथा सुनाते हुए कहा कि भोलेनाथ व माता पार्वती के विवाह के पहले से ही तारकासुर राक्षस का तीनों लोको में अत्याचार था और उसका बध भोलेनाथ व माता पार्वती के पुत्र से होना था। इसलिए भोलेनाथ व माता पार्वती का विवाह पहले से ही होना तय था यानी यह सब लीला भगवान की थी कथा के दौरान जीवंत झांकी आकर्षण का केंद्र रही। यह कथा सुनकर आए हुए श्रद्धालुजन भाव विभोर हुए और मन प्रफुल्लित होकर नाचने लगे कथा समापन के बाद प्रसाद वितरण किया गया, जहां सभी श्रद्धालुगण बड़े भाव के साथ प्रसाद ग्रहण किया।
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