बड़ी खबर : फिर एक मादा बाघ की हुई मौत
उमरिया। बहुप्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया के अंतर्गत पनपथा परिक्षेत्र के खितौली कक्ष क्रमांक 501 में एक मादा बाघ शावक जिसकी उम्र 2 वर्ष रही, मृत अवस्था में पाया गया, मृत्यु का कारण आपसी संघर्ष बताया गया है। जांच के लिए सैंपल ले अंतिम संस्कार समक्ष अधिकारी, कर्मचारी के किया गया।
सूत्रों की माने तो यह मादा बाघ शावक तारा बाघिन का बताया जा रहा है जिनका पिता छोटा भीम बाघ था जिसको फंदे में देखे जाने के बाद आनन फानन में पार्क प्रबंधन द्वारा रेस्क्यू कर उसे इलाज के लिए वन विहार भोपाल भेज दिया गया। पार्क प्रबंधन की चूक ने दो मादा शावकों की बलि चढ़ा दी। अगर भीम अपने क्षेत्र में सुरक्षित होता तो आज ये घटनाएं नहीं होती।
वैसे आज दिनांक तक पार्क प्रबंधन यह तक नहीं बतला पा रहा है कि भीम की स्थिति क्या है? और भीम के साथ यह घटना कैसे हुई निश्चित रूप से इन शावकों को मारने में किसी नए बाघ का हाथ हो सकता है जो अब छोटा भीम के क्षेत्र में है जो भीम के बच्चों को शिकार बना रहा है अब तारा का तीसरा बच्चा कैसा है यह भी बड़ा सवाल है? इसको पार्क प्रबंधन कैसे सुरक्षित करेगा या फिर तीसरा बच्चा भी काल के गाल में समा गया, अभी किसी टूरिस्ट की नज़र उस पर नहीं पड़ी।
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