हादसे की जांच का कलेक्टर ने दिया आश्वासन
नाराज़ ग्रामीणों ने माइंस जाकर मचाया उत्पात, पुलिस ने किया शांत
उमरिया। नोरोजाबाद थाना अंतर्गत ग्राम घुलघुली से सटे ग्राम धनवाही में सोमवार की दोपहर 4 बजे गरीब सुखलाल पिता मलहु बैगा की कच्ची झोपड़ी गिर गई, इस घटना में सुखलाल की बेटी ननकी बाई पति मनी बैगा एवम ननकी की बेटी विद्याबाई मकान में दब गए थे, जिससे उन दोनों की मृत्यु हो गई है। इस हादसे में सुखलाल का बेटा अंजू बैगा एवम 5 वर्षीय पोती सुमन भी दब गई थी, परन्तु किसी अनहोनी से बाल-बाल बच गई, हालांकि इन दोनों को भी आंशिक चोटें बताई जा रही है। घटना के बाद पीड़ित परिवार को सांत्वना देने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव सहित जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचे वही पुलिस टीम आवश्यक कार्यवाही कर रही है।
बताया जाता है कि पीड़ित सुखलाल की मृत बेटी एक दिन पहले रविवार को अपनी पुत्री को लेकर ससुराल ग्राम निपनिया से मायके ग्राम धनवाही घटना स्थल आई थी, 24 घण्टे भी नही बीते और दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई है। इस पूरे मामले में एक बड़ा सवाल यह भी है कि सरकार जब गरीबो को आवास योजना का लाभ देने दृढ़सकल्पित है, और पंचायत स्तर पर गरीबो को ढूंढ ढूंढ कर योजना का लाभ दिया जा रहा है तो आखिर पीड़ित सुखलाल को लाभ क्यों नही मिला, शायद सुखलाल का मकान पक्का होता तो शायद ये दर्दनाक हादसा दस्तक नही देता।
हादसे की जांच का कलेक्टर ने दिया आश्वासन
इस पूरे मामले में व्यथित ग्रामीणों का कहना है कि कंचनखदान में ब्लास्टिंग की वजह से कच्चा मकान धराशाही हुआ है, जिसमे महिला एवम उसकी मासूम पुत्री की मौत हुई है, ग्रामीणों का यह भी कहना है कि आश्रित परिवार को मुआवजा दिया जाए।बताया जाता है कि इसी बात से नाराज़ ग्रामीणों ने कंचन खदान पहुंचकर काफी तोड़ फोड़ की है, हालांकि इस हमले के बाद पुलिस एक्शन में आई और त्वरित समझाइश देकर ग्रामीणों को कंचन खदान से पृथक किया गया है। इस पूरे मामले में यह भी बात सामने आ रही है कि कंचन खदान प्रबंधन ने दोपहर 2 से 3 बजे ब्लास्टिंग की थी, हालांकि खदान से करींब 600 मीटर दूर मकान किन कारणों से गिरा, फिलहाल साफ नही है। इस पूरी घटना के बाद देर रात तक जिला प्रशासन एवम पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच ग्रामीणों को समझाइश देने में जुटा हुआ था। घटना के बाद बांधवगढ़ विधायक शिवनारायण सिंह, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव,एसपी प्रमोद कुमार सहित एसडीएम नेहा सोनी, एसडीओपी जितेंद्र सिंह, नगर निरीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह, तहसीलदार संध्या रावत सहित जिम्मेदार अधिकारी एवम कर्मचारी मौके पर पहुंचे है।
व्यथित ग्रामीणों की समस्या सुन कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जांच का आश्वासन दिया है और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की बात कही है। इस मामले में कलेक्टर ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के रूप में तत्काल 20-हजार, की मदद देने के निर्देश दिए हैं, इसके अलावा मंगलवार को मृत मां बेटी का उमरिया स्थित जिला अस्पताल में पीएम कराया जाना है, तत्पश्चात अंतिम संस्कार के लिए दोनों सौ ग्राम निपनिया भेजे जाएंगे जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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