प्राथमिक तथा माध्यमिक विद्यालय के बच्चों का बोझ कम करने के लिए स्कूलों में की गयी बस्तो की माप
उमरिया । प्रदेश सरकार एवं आयुक्त शहडोल संभाग व्दारा प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के बस्ते का बोझ कम करने के लिए जिले भर की शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में जांच कर बस्तों की माप करने तथा शिक्षकों एवं स्कूल संचालकों को समझाइश देने के निर्देश दिए गए थे, जिस पर अमल करते हुये कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मार्ग दर्शन में आज विशेष अभियान संचालित किया गया, डी पी सी सुमिता दत्ता ने बताया कि सुखदेव शिक्षण संस्थान में औचक रूप से प्राथमिक कक्षा के विद्यार्थियों के बस्ते का वजन लिया गया, जो एक से दो किलो के वजन के पाये गये, इतना शासन व्दारा मान्य होने से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई, उन्होंने बताया कि अब बस्तों की नियमित जांच की जायेगी तथा अधिक बजन होने पर कार्रवाई भी की जायेगी।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चों का बचपन बचाने तथा उन्हें स्वस्थ रखने हेतु यह अभियान चलाया जा रहा है, प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों का अधिकतम बजन 2.5 किलो ग्राम तथा माध्यमिक विद्यालय के बच्चों के बस्ते का बोझ 5 किलो ग्राम अधिकतम हो सकता है, अधिक बजन बच्चों के पीठ एवं कंधो में दर्द तथा रीढ़ की हड्डियां प्रभावित होने की शिकायत हो सकती है, कलेक्टर ने सभी जिला एवं जनपद स्तर के अधिकारियों को स्कूलों में बस्तों के बजन की माप के निर्देश दिए गए हैं।
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