न बनाएंगे न पीयेंगे दारू, पकड़े गए तो देंगे 10 हजार.... ली शपथ
नशा मुक्ति अभियान से अभिभूत होकर पठारीकला के आदिवासियों ने ली शपथ
उमरिया । प्रदेश सरकार के मंशानुरूप नशा मुक्ति अभियान सफलता के नए पायदान अग्रसर है।शहरी क्षेत्रों के अलावा इस अभियान की जागरूकता आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में भी अब साफ दिखने लगी है।इसी तारतम्य में करकेली जनपद अंतर्गत ग्राम पठारी कला में रविवार को पूरे गांव में नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने आदिवासी ग्रामीणों ने जुलूस आदि निकालकर शराब न बनाने और शराब सेवन न करने की शपथ ली है। इस मौके पर मासूम बच्चे और बच्चियां भी थी,जो तख्तियों में नारे लिखकर इस अभियान की सफलता के लिए कंधे से कंधा मिलाकर अपने परिजनों के साथ चल रही थी। इस मौके पर गांव के लोगों ने लिखित शपथ पत्र भी दिया है, जिसमे साफ साफ उल्लेखित है कि हम आज से न कभी शराब पियेंगे और न बनाएंगे और अगर ऐसा करते पाए गए तो 10 हजार का अर्थदण्ड देंगे। इस मौके पर सरपंच गोविंद सिंह मरावी, जनपद सदस्य संतराम सिंह परस्ते,रामपाल सिंह बडकरे, रूपशाह मरकाम, बारेलाल सिंह बडकरे, लालशाह बैगा, देवीदीन बैगा सुदामा सिंह,गीता बाई, ममता बाई, शकुंतला बाई, जगत प्रसाद बैगा, शीतल बैगा, बसंत बैगा, रामनारायण सिंह, मंगल सिंह, रघुनाथ सिंह, रामवती बाई, कृष्ण कुमार सिंह, नत्थू बैगा, फूल बाई सहित आदिवासी ग्रामीण मौजूद रहे। इस अवसर पर गांव के बुद्धजन एवम जागरूक लोगो ने ग्रामीणों को बताया कि कोई भी नशा समाज एवम परिवार को अवनति की ओर ले जाता है,साथ ही सुख सम्रद्धि एवम बच्चों की शिक्षा को पूरी तरह नष्ट कर देता है, हम सभी आज से नशा मुक्त होकर स्वस्थ और स्वच्छ समाज निर्माण में भागीदार बनेंगे, साथ ही बच्चों की शिक्षा में पूरी तरह ध्यान आकृष्ट करेंगे।
आपको बता दे शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में भी नशे का जमकर बोलबाला है, कई आपराधिक घटनाओं, दुर्घटनाओं में नशे का महत्वपूर्ण योगदान है। नशा मुक्ति अभियान को लेकर आमजन पूरी तरह जागरूक हुए तो निश्चित ही जिले से आपराधिक घटनाओं एवम दुर्घटनाओं में आंशिक कमी आएगी, साथ ही स्वच्छ एवम स्वस्थ समाज की परिकल्पना में जुटी सरकारों को भी अभियान की सफलता एवम सार्थकता के परिणाम दृष्टिगोचर होंगे।
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