नेशनल लोक अदालत संपन्न
आपसी विवाद को राजीनामे से निपटाने मे नेशनल लोक अदालत की महती भूमिका - प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश
उमरिया। जिला न्यायालय परिसर में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सनत कुमार कश्यप के मुख्य आतिथ्य में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसके साथ ही तहसील न्यायालय बीरसिंहपुर पाली एवं मानपुर में भी नेशनल लोक अदालत आयोजित की गई। नेशनल लोक अदालत के लिए 10 खण्ड पीठों का गठन किया गया था। नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर तथा द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश उमरिया सनत कुमार कश्यप के साथ कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव , पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा, विशेष न्यायाधीष विवेक सिंह रघुवंशी, प्रथम अपर जिला न्यायाधीश आर एस कन्नौजिया, सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण संगीता पटेल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आर पी अहिरवार, न्यायिक दण्डाधिकारी धमेंद्र खण्डायत, खालिदा तनवीर, राजन गुप्ता, अमृता मिश्रा, जिला विधिक सहायता अधिकारी बी डी दीक्षित, जिला अभियोजन अधिकारी अर्चना रानी मरावी, जि0वि0से0प्रा0 के कर्मचारी गण, न्यायालय के कर्मचारी गण, अधिवक्ता, पैरालीगल वालेन्टियर उपस्थित रहे।
इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सनत कुमार कश्यप ने कहा कि आपसी विवाद को राजीनामे से निपटाने मे नेशनल लोक अदालत अपनी महती भूमिका अदा करता है। नेशनल लोक अदालत से प्रकरणों के निपटने से जहां एक ओर पक्षकारो का समय बचता है, वहीं दूसरी ओर पैसे की भी बचत होती है। नेशनल लोक अदालत में किसी हार एवं जीत नही होती हैं। आपसी मन मुटाव को भूलकर कई परिवार नेशनल लोक अदालत की वजह से संवर जाते है। जिला न्यायालय के साथ ही न्यायालय बिरसिंहपुर पाली, मानपुर में भी नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया।
जिला न्यायालय उमरिया के अंतर्गत मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों में से कुल 103 प्रकरण लोक अदालत में रेफर किये गये थे जिसमें से 17 प्रकरणों में कुल मिलाकर 5387000/- रूपये का एवार्ड पारित किया गया। धारा 138 के अंतर्गत 226 रैफर प्रकरणों में 12 प्रकरण निराकृत हुये तथा 1260000 /- रुपये की राशि के एवार्ड पारित किये गये। न्यायालय में लंबित आपराधिक समनीय मामलों में 101 प्रकरण रखे गये जिसमें से 30 का निराकरण राजीनामा के आधार पर हुआ वैवाहिक प्रकरणों के निराकरण हेतु 91 प्रकरण रखे गये जिसमें से 15 प्रकरण राजीनामा के आधार पर निराकृत हुये और 436 लाभांवित हुये कुल मिलाकर न्यायालय में लंबित प्रकरणों में 1035 प्रकरण रखे गये, जिसमें से 148 प्रकरण निराकृत हुये तथा 8412542/- रूपये का एवार्ड राशि पारित हुई
प्रीलिटिगेशन स्तर पर बैंक रिकवरी के 1026 प्रकरण में से 20 प्रकरण निराकृत हुये तथा 616850/- रूपये की राशि बैंको मे जमा हुई बिजली के 554 पूर्ववाद प्रकरणों में से 18 प्रकरणों का निराकरण हुआ तथा 233281/- रुपये की राशि की वसूली की गई। इसी तरह नगरपालिका के जलकर के 402 प्रकरणों में से 60 प्रकरण निराकृत हुये और 182384/-रूपये की वसूली की गई। 14 मई 2022 को आयोजित नेशनल लोक अदालत सफल रही और न्यायालयों में लंबित प्रकरणों में कमी आई।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में लंबित एक हिन्दू विवाह अधिनियम से संबंधित प्रकरण श्री सनत कुमार कश्यप, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश उमरिया में पक्षकारों को विशेष समझाईश दी गई तथा हिन्दू विवाह अधिनियम की धारा के अंतर्गत वैवाहिक संबंधों का पुनर्स्थापन कराया गया ।
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