विश्व आदिवासी दिवस पर हज़ारों आदिवासियों ने निकाला जुलूस, पुलिस रही मुस्तैद
गोंडी भाषा को मिले राज्य भाषा का दर्जा-मांग
उमरिया I आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार,उनकी पहचान,उनके जल,जंगल,जमीन,धर्म,संस्कृति सभी का मूल्यांकन करने की ज़रूरत है।विश्व आदिवासी दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में भोपाल से पहुंचे कोयतोड़ गोंडवाना महासभा के प्रदेश संरक्षक एनआर भूआर्थ ने कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन देने के बाद कही। इससे पूर्व आदिवासी समाज हजारों की तादात में जुलूस निकाले। सामुदायिक भवन से प्रारम्भ जुलूस में सर्वप्रथम गांधी चौक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया, इसके उपरांत भारी तादात में जुलूस में शामिल आदिवासी समाज न संविधान निर्माता बाबा साहब एवम रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके पश्चात हर्षोल्लास और गगन भेदी नारों के साथ आदिवासी समाज कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
जनमन आवास योजना का लाभ सभी आदिवासियों को मिले* विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त को अवकाश घोषित करने के साथ गोंडी भाषा को 8वी अनुसूची में शामिल कर राज्य भाषा का दर्जा देने की बात ज्ञापन के माध्यम से मांग की है।इसके अलावा मुख्यमंत्री कन्या विवाह में आदिवासी धर्माचार्य से वैवाहिक जोड़े का विवाह करने की बात कही है।
ज्ञापन में आदिवासी समाज ने सम्बन्धित विभागों में आदिवासी समाज के अधिकारी कर्मचारियों को पदस्त करने की मुखालफ़त की है ,इसके अलावा जनमन आवास योजना में सभी आदिवासी हितग्राहियों को लाभ देने की बात कही है।विश्व आदिवासी दिवस पर सुरक्षा के माकूल इंतज़ाम किये गए थे, हर गली चौराहे पर पुलिस टीम मुस्तैद रही है।
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