पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित हुआ जिला उमरिया
उमरिया। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कला क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए प्रसिद्ध बैगा चित्रकार श्रीमती जोधइया बाई बैगा को वर्ष 2023 के पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन में पद्म पुरस्कारों के नागरिक अलंकरण समारोह के प्रथम चरण में यह पुरस्कार 22 मार्च को प्रदान किया गया।
उमरिया जिले की श्रीमती जोधइया बाई बैगा दशकों से अपनी चित्रकला से पारंपरिक बैगा जनजातीय संस्कृति और दर्शन को लोकप्रिय बना रही हैं।
विदित हो कि बैगा चित्रकार जोधईया बाई अपने उम्र के आखिरी पड़ाव यानी 60 वर्ष के बाद हाथों में ब्रश,स्याही थामकर चित्रकारी करना प्रारंभ किया था। जिसे ख्याति प्राप्त चित्रकार स्वर्गीय आशीष स्वामी ने उन्हें पेंटिंग करना सिखाया और उनकी पेंटिंग को देश-विदेश तक पहुंचाया है। स्व.आशीष स्वामी का ही सपना रहा है कि जोधईया बाई को उसकी पेंटिंग और उसकी लगन, मेहनत के लिए राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा जाए।
चित्रकार जोधईया बाई आज किसी भी पहचान की मोहताज नहीं है, उनकी बनाई हुई पेंटिंग देश के प्रमुख स्थलों और विदेशों में भी देखी और सराही जा रही है। उन्होंने अपने लगन और मेहनत से वह मुकाम हासिल कर लिया है जिसकी वह हकदार रही है। निश्चित रूप से उनको पद्मश्री अवार्ड मिलने से पूरे उमरिया जिला सहित आसपास के इलाकों के लोग गौरवान्वित हुए है। उनकी इस मेहनत से यह संदेश भी दिया है कि जरूरी नहीं कि किसी भी काम करने के लिए कोई समय,उम्र और सीमा महत्वपूर्ण है बल्कि वह जब से पूरी मेहनत ईमानदारी और जी जान से किसी काम में लग जाए तो वह उसका मुकाम हासिल कर सकता है।
हालांकि जोधईया बाई अभी दिल्ली के प्रवास पर है,पद्मश्री अवार्ड के और कई सारे प्रोग्राम वहां आयोजित किये गए है। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात और भोजन में शामिल होंगी। 27 मार्च को वह उमरिया पहुंचेगी। उनके साथ जनगण तश्वीर खाना के संचालक और स्व आशीष स्वामी के भतीजे निमिष स्वामी साथ है।
What's Your Reaction?