आदिवासी जिला हुआ करप्टों के हवाले, अमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता

Dec 27, 2022 - 23:29
Dec 27, 2022 - 23:31
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आदिवासी जिला हुआ करप्टों के हवाले, अमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता

सूत्रों के हवाले से चौंकाने वाला खुलासा, होकर ही रहेगा भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश

बैतूल।   मंच से ही भ्रष्टाचारियों को सस्पेंड कर देने वाले मामा शिवराज की आदिवासी भांजियाँ अब खतरे में क्यों है ? जिम्मेदार आखिर मौन क्यों है ? यह बड़ा सवाल है ?
क्या आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले का महिला थाना बन चुका है भ्रष्टाचार में गोताखोरी करने वालों का अड्डा ?  
          जी हां भोपाली शर्मा बंधुओं से जुड़े खास सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर है उनका मानना है कि बैतूल जिले का अब कुछ नहीं हो सकता! सूत्रों की माने तो प्रादेशिक नेताओं के हत्थे चढ़ा बैतूल एसपी और कलेक्टर से जुड़ा आपत्तिजनक वीडियो फ़िलहाल सबके सामने आना बाकी है, तो क्या इसीके चलते बैतूल जिले की जनता को आपराधिक त्रासदी का सामना करना पड़ रहा है ? इसपर अंधत्व का चश्मा चढ़ाए जिम्मेदार पूरे मामले पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं ? 
          सवाल लाजमी है। जिले में बेलगाम हो चले आपराधिक ग्राफ पर लगाम कशने के बजाय लगातार बैतूल एसपी का छुट्टियों पे बने रहना और फिर न्याय की गुहार लेकर पहुंची पीड़िताओं को कार्यवाही का गोलमोल आश्वासन तो देना, लेकिन जानबूझकर अपराधियों पर कार्यवाही न करना, इतना ही नहीं वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश की अवहेलना करना जैसे भी कई ज्वलंत सवालों को जन्म दे चला है। फलते फूलते भ्रष्टाचार की तिकड़ी में बढ़ चढ़कर सहयोग देने वाली बैतूल डीएसपी भी सवालों के घेरे में है। इधर महिलाओं को संरक्षण देने वाला महिला थाना अब पीड़ितों की पीड़ा बढ़ाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहा है । IPC की धारा 354 से लेकर 376 की प्रताड़ना झेल रही पीड़ित महिलाएं कार्यवाही को लेकर महीनों थाने के चक्कर काटने पर आखिर क्यों मजबूर हैं ? इसका जवाब किसीके पास नहीं है? उनकी सुनवाई आखिर महिलाथाने में क्यों नहीं हो रही है ? सूत्र यह भी बताते हैं कि राजीनीति में लिप्त महिला थाने की चर्चित दलाल ASI ममता रुपए लेकर मामलों  को दिशाविहीन कर देती है। 
          दूसरा सवाल यह भी उठता है कि पुलिस मैनुअल को जेब में रखकर आखिर नेता जी की मैडम अपने गृहक्षेत्र के थाने की जिम्मेदारी कैसे ले सकती है ? आगे सूत्र बताते हैं जिले के महिलाथाने की महिला ASI, TI, DSP तीनों की तिकड़ी मिलीभगत से संगीन अपराधों पर कड़ी कार्यवाही करने के बजाय भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। जिसके चलते बेचारी भोली भाली आदिवासी जनता को आपराधिक त्रासदी से गुजरना पड़ रहा है। हालांकि स्वर्णिम मध्यप्रदेश के गृहमंत्री ने पूरे मामले पर खासी नाराजगी जताते हुए है और जल्द ही बड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया है।

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