वन अमले पर हावी हुए क्षेत्र के रेत माफिया

May 16, 2024 - 22:10
May 16, 2024 - 22:55
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वन अमले पर हावी हुए क्षेत्र के रेत माफिया

रेत माफियाओं के मंसूबे देख वन अमले ने सूझ बूझ से लिया काम 

उमरिया I  मानपुर विधानसभा मुख्यालय अंतर्गत ग्राम सेमरा से लगे वन क्षेत्र स्थित भडारी नदी से देर रात से लेकर अलसुबह तक रोज अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा था। मामले में देर रात स्थानीय रेत माफियाओं द्वारा भारी मात्रा में रेत का उत्खनन कर ट्रैक्टर टाली से परिवहन कराए जाने की जानकारी ग्रामीणों द्वारा रोज वन अमले को दी जाती रही है जिसके बाद सुनियोजित तरीके से वन विभाग की टीम मौका निरीक्षण करने अचानक बीते शुक्रवार की अलसुबह बताए गए लोकेशन के आधार पर भडारी नदी के घाट पर पहुंच गई। जहां देखा की हकीकत में यहां तो रेत माफियाओं द्वारा जंगल सीमा क्षेत्र में रेत का भारी मात्रा में उठाव करा लिया गया है वहीं वन अमले को देख मौके से कई ट्रेक्टर टाली भाग खड़े हुए और इसी भाग दौड़ में मौका पंचनामा में कार्यवाही के दौरान दर्शाए गए अंक के मुताबिक एक ट्रेक्टर टाली जिसमे जंगल की अवैध रेत लोड थी जिसे वन अमले ने दबोच लिया और अग्रिम कार्यवाही के लिए उक्त ट्रेक्टर टाली को अपने साथ लेकर परिक्षेत्र कार्यालय के तरफ चल दिए तभी रास्ते में कुछ रेत माफिया का फोन ट्रैक्टर चला रहे ड्राइवर के पास आया, जिसके बाद ड्राइवर मौके से ट्रैक्टर ट्रॉली सहित भागने लगा। जिसे वन अमले ने रोकने की बहुत कोशिश की लेकिन वह विभाग के चंगुल से भाग निकला। इसी दरमियान हाई स्पीड में भाग रहे जंगल की रेत लोड ट्रेक्टर टाली को रोकने की भरपूर कोशिश की जा रही थी तभी कुछ रेत माफिया भी सक्रिय हो उठे जिनको देख ब्योहारी जैसी घटना की याद आ जाने से वन अमला सहम उठा। जिसका फायदा उठा कर माफिया अवैध रेत लोड ट्रेक्टर टाली लेकर भाग खड़े हुए, जिसके बाद वन अमले ने वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से अवगत कराते हुए विधिवत कानूनी कार्यवाही तो किए लेकिन सप्ताह पूरा होने को चला पर अभी तक वन विभाग संबंधित ट्रैक्टर टाली की जप्ती नही बना सका और न ही वाहन मालिक पर कार्यवाही कर सका,बल्कि दिखावे के लिए सिर्फ वाहन चालक पर प्रकरण दर्ज किया गया। इसके साथ ही विभाग को मालूम है कि वन अमले के चंगुल से लेकर भागे उक्त ट्रैक्टर टाली वाहन को अब कहां उपयोग में लाया जा रहा है अगर विभाग चाहे तो उसे चंद घंटों में ही उक्त ट्रैक्टर ट्रॉली की जप्ती करके कार्यालय में खड़ा करा सकता है लेकिन पता नही क्यों विभाग के जिम्मेदार चुप्पी साधे है और कोई बड़ी घटना दुर्घटना के इंतजार में हांथ पर हांथ धरे बैठे हैं।

इन क्षेत्रों में हावी हैं माफिया

          सूत्रों की माने तो मानपुर मुख्यालय के ग्राम सेमरा, उर्दना, नौगवां, सेहरा इन क्षेत्रों में रेत माफिया ज्यादातर हावी हैं जिनको रोक पाना स्थानीय प्रशासन के बस की बात नही है। सूत्रों की माने तो उक्त माफिया दिन में कहीं भी दिखाई नही देंगे और शाम होते ही वह एक दूसरे के संपर्क में आ कर सक्रिय हो उठते हैं और फिर जंगल सीमा क्षेत्र से पूरी रात अवैध रेत का कारोबार बेधड़क संचालित होता है।

रहती है तगड़ी फिल्डिंग

          सूत्रों की माने तो इन अवैध रेत माफियाओं द्वारा रेत चोरी करने के पहले गली के तिराहे चौराहे पर भाड़े में पाले गए लड़कों को बैठाया जाता है जो पूरी रात सक्रिय होकर आने जाने वाले पर नजर गड़ाये रहते हैं। इतना ही नही उनके लिए बकायदे खाने पीने की सारी सुविधा भी रेत के अवैध कारोबारी उपलब्ध कराते हैं जिनके द्वारा उक्त क्षेत्र में घुसने वाले हर एक वाहन की जानकारी माफियाओं तक तत्काल पहुंचाई जाती है। ऐसा भी नहीं है कि शासन प्रशासन को उक्त अवैध रेत उत्खनन की जानकारी न हो बल्कि सब कुछ जानते हुए भी कार्यवाही करने की बजाय पता नही क्यों चुप्पी साधे हैं। वहीं क्षेत्र में यह भी जनचर्चाएँ है कि इन अवैध रेत माफियाओं को संरक्षण देने में वन विभाग के किसी जिम्मेदार का भरपूर सहयोग प्रदान हो रहा है जिनके द्वारा किसी भी प्रकार की हलचल होने की पूरी जानकारी फोन के माध्यम से माफियाओं तक पहले ही पहुंचा दी जाती है जिसकी काल डिटेल निकलवाने से सच्चाई सामने आ सकती है।

          बहरहाल देखना यह होगा कि आखिर कब विभागीय अमला इन अवैध रेत कारोबारियों पर शिकंजा कसेगा या फिर ऐसे ही चलता रहेगा क्षेत्र में जंगलराज।

इनका कहना है -

          क्षेत्र में ये अपराधी प्रवत्ति के रेत करोबारी कोई बड़ी घटना को अंजाम न दें जिनके ऊपर कानूनी कार्यवाही के लिए हम अभी अधिकारियों से चर्चा करते हैं -  सुश्री मीना सिंह , विधायक मानपुर विधानसभा क्षेत्र .

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