बाँधवगढ़ टाइगर रिज़र्व टीम ने अखिल भारतीय बाघ गणना 2026 हेतु पेंच में प्राप्त किया प्रशिक्षण

Sep 23, 2025 - 09:24
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बाँधवगढ़ टाइगर रिज़र्व टीम ने अखिल भारतीय बाघ गणना 2026  हेतु पेंच में प्राप्त किया प्रशिक्षण

उमरिया। बाँधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के अधिकारियों और कर्मचारियों को आगामी अखिल भारतीय बाघ गणना 2026 (AITE-2026) की तैयारियों हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण विगत सप्ताह, मध्यप्रदेश के पेंच टाइगर रिज़र्व में आयोजित तीन दिवसीय ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स (ToT) कार्यशाला में दिया गया।

          इस कार्यशाला में मध्य भारत और पूर्वी घाट टाइगर लैंडस्केप से 5 राज्यों (मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड) के चयनित 150 अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। इसमें 22 टाइगर रिज़र्व से आए प्रतिभागियों को डिजिटल निगरानी, लाइन ट्रांसेक्ट, वन्य प्राणी आवास सर्वेक्षण, कैमरा ट्रैपिंग, एम-स्ट्राइप ऐप और जीपीएस डिवाइस के उपयोग का गहन प्रशिक्षण दिया गया। मध्य प्रदेश वन विभाग मुख्यालय भोपाल के निर्देशन में बाँधवगढ़ टाइगर रिज़र्व उमारिया से चार अधिकारी और कमर्चारी को प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु प्राधिकृत किया गया था । जिसमे डॉ. अनुपम सहाय, क्षेत्र संचालक, विवेक सिंह, उपसंचालक, महावीर पांडेय, परिक्षेत्र अधिकारी कल्लवाह तथा कमलेश नंदा, वनरक्षक शामिल थे। ये अधिकारी / कर्मचारी अब मास्टर ट्रेनर के रूप में बाँधवगढ़ के सभी 9 परिक्षेत्रों तथा शहडोल वन वृत के अन्य वन मंडलों के स्टाफ को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण देंगे। कार्यशाला में एनटीसीए और भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) के विशेषज्ञों ने चरण-I ( शाकाहारी वन्य प्राणी सर्वेक्षण, साइन सर्वेक्षण व स्कैट संग्रहण) और चरण-III (कैमरा ट्रैपिंग) प्रोटोकॉल पर मार्गदर्शन दिया। इसके अलावा, आनुवंशिक अध्ययन, कैमरा-ट्रैपिंग के व्यावहारिक अभ्यास और छोटे जंगली बिल्लियों (जैसे कैराकल, मछली पकड़ने वाली बिल्ली, एशियाई सुनहरी बिल्ली आदि) को भी सर्वेक्षण दायरे में शामिल करने पर जोर दिया गया। उद्घाटन सत्र को एल. कृष्णमूर्ति (अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव) और डॉ. वैभव माथुर (डीआईजी, एनटीसीए) ने संबोधित किया। नोडल अधिकारी डॉ. बिलाल हबीब एवं सह-नोडल अधिकारी डॉ. विष्णुप्रिया कोलिपकम ने पिछले जनगणना चक्रों से मिली महत्वपूर्ण सीख साझा की। *उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 की पाँचवीं राष्ट्रीय बाघ गणना के अनुसार, भारत में बाघों की संख्या 3,682 है, जो 2006 के 1,411 से तीन गुना अधिक है। भारत विश्व की लगभग 75% जंगली बाघ आबादी का घर है। AITE-2026 की अंतिम रिपोर्ट विश्व बाघ दिवस पर प्रधान मंत्री जी के द्वारा जारी की जाती है।

          क्षेत्र संचालक डॉ. अनुपम सहाय ने बताया कि बाँधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में इस हेतु समय सारणी तैयार कर प्रथम चरण एवं तीसरे चरण का प्रशिक्षण सभी परिक्षेत्र अधिकारियों से लेकर अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों तक को समयबद्ध प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे AITE-2026 में बाँधवगढ़ टाइगर रिज़र्व की भागीदारी सशक्त और प्रभावी हो सके तथा बांधवगढ़ के बाघों की सटीक संख्या प्राप्त हो सके।

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