स्व सहायता समूह की महिलाएं विभिन्न उत्पादों का विक्रय कर अर्जित कर रही आय
उमरिया। ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाएं जुडकर आत्म निर्भर हो रही है । महिलाएं स्व सहायता समूहों का गठन कर विभिन्न उत्पादो को बनाती है, तथा उसका विक्रय कर अपनी आजीविका चला रही है ।
जय स्व सहायता समूह की अध्यक्ष माधुरी विश्वकर्मा ने बताया कि उनके समूह में 12 महिलाएं है । समूह का गठन तीन वर्ष पूर्व हुआ है । समूह की महिलाएं बांस की टोकनी, मेकरम का काम, आजीविका निरमा पाउडर, फिनायल बनाने आदि का कार्य करती है, जिससे उन्हें 10 हजार रूपये तक की मासिक आय प्राप्त हो रही है ।
माधुरी विश्वकर्मा का कहना है कि स्व सहायता समूह से जुडने के बाद जीवन मे बदलाव देखने को मिल रहा है । समाज में महिलाओं की साख बढी है । मान सम्मान बढा है । इसके साथ ही महिलाएं बेहतर ढंग से परिवार का जीविकोपार्जन कर रही है । माधुरी विश्वकर्मा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डा मोहन यादव एवं जिला प्रशासन तथा मप्र ग्रामीण आजीविका मिशन को धन्यवाद ज्ञापित किया है ।
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