छात्रा की संदिग्ध मौत पर बेटी पढ़ाने वाली सरकार के देश मे नहीं चलेगी प्रायवेट स्कूल एसोशिएशन की नोटंकी ?
• घर से स्कूल पहुँची 11वीं की छात्रा आखिर स्कूल की छत से छलांग लगाकर क्यों मौत को गले लगाएगी ?
• यूनिफॉर्म पहनी छात्रा की चुन्नी उसके कंधे से हटाकर गले मे कब,क्यों और किसने बांध दी ?
• प्रिंसिपल कैबिन में उस दिन छात्रा के साथ आखिर ऐसा क्या हुआ था ?
• छात्रा की मौत के बाद अब एसोशिएशन रूटीन चैकिंग की राजनीति क्यों कर रहा है ?
• यूपी में प्रायवेट स्कूल 8 अगस्त को क्यों नहीं लगेंगे ? क्या प्रायवेट स्कूल एसोशिएशन के बाप का राज है ?
• देश की बेटी न्याय मांग रही है। करेगा कौन ?
आजमगढ़ (यूपी)। वास्तव में देखा जाय तो शिक्षा के मंदिर में अकारण हुई बेटी की मौत का जिम्मेदार बेटी पढ़ाओ का ढिंढोरा पीटने वाला चौकीदार ही है । ऊपर से काली पट्टी बांधने वाला प्रायवेट स्कूल एसोशिएशन इस नोटंकी का जीता जागता उदाहरण है।
शिक्षा के मंदिर में बेटियां सुरक्षित नहीं... जिम्मेदार कौन ?
देश की भोलीभाली जनता अब चौकीदार से पूछना चाहती है । तमाम सवालों के जवाब अब बेटी पढ़ाने वाली सरकार को देना होगा । काबिज सरकार भी चौकीदार की है। इसके बावजूद ऐसे हालात आखिर क्यों.. ???
आजमगढ़ के चिलरन्स गर्ल्स स्कूल में कक्षा 11 वीं की छात्रा की स्कूल बैग रूटीन चेकिंग के बाद हुई अनायास मृत्यु का सनसनीखेज मामला अब गरमा रहा है।
सूत्र बताते हैं मामले की जांच को लेकर स्कूल में अध्ययनरत बच्ची के परिजन सहित अन्य छात्राओं के परिजनों द्वारा स्कूल प्रबंधन पर गम्भीर आरोप लगाए गए हैं । शिक्षा के मंदिर में देश की बेटी के साथ घटित घटना की गंभीरता को देखते हुए स्कूल के सीसी टीव्ही फुटेज के आधार पर स्थानीय पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल सहित क्लास टीचर को आरोपी बनाया है।
बता दें कि यहां प्रायवेट स्कूल एसोशिएशन प्रायोजित नौटंकी पर उतारू है। प्रायवेट स्कूल एसोशिएशन 8 अगस्त को अपने हाथों में काली पट्टी बांधकर स्कूल बंद की राजनीति पर उतर आया है । यूपी में एसोशिएशन एक दिवस के लिए स्कूलों को बंद करके प्रदेश के पालकों को अब आखिर क्या संदेश देना चाहता है ? फिलहाल यह स्पष्ट है।
31 जुलाई की घटना पर प्रायवेट स्कूल एसोशिएशन इसलिए राजनीति कर रहा है ताकि शिक्षा के मंदिर में घटित जघन्य घटना को दबाया जा सके जबकि यह जगजाहिर है प्रायवेट स्कूल में हो रहे शिक्षा व्यापार ने केवल और केवल सरकार का पेट भरा है। और आम जनता त्रस्त है।
जानकारों की माने तो यह स्कूली बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है । स्कूल में जिन परिस्थितियों में छात्रा की डेथ हुई इसमें दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार निष्पक्ष कड़ी से कड़ी कार्यवाही होना न्यायसंगत होगा। यदि घटना के विरोध में एसोशिएशन अपनी मनमानी पर उतरता है तो संगठन के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा डालने सहित प्रायोजित नोटंकी को लेकर संगठन धारियों को भी अरेस्ट किया जाना चाहिए।
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